गोरखपुर
लगातार बारिश ने किसानों की उम्मीदों पर फेरा पानी, पकी धान की फसल बर्बाद
 
																								
												
												
											गोरखपुर। जनपद के सहजनवा क्षेत्र में बादलों के उमड़-घुमड़ कर आने से बेमौसम बूंदाबांदी ने किसानों की खरीफ की तैयार फसल को लेकर चिंता बढ़ा दी है। प्रमुख रूप से धान की फसल पककर तैयार हो रही है, कहीं-कहीं पककर कटाई योग्य भी हो गई है। किसान की सबसे बड़ी परेशानी यह है कि पकी फसल काट भी दें, तो उसके सुखाने में भारी दिक्कत होगी।
किसान अशोक शुक्ला ने बताया कि इसी माह के प्रथम सप्ताह में हुई भारी वर्षा से खेतों में पानी जमा हो गया था। उसे निकालने व कटाई की व्यवस्था में किसान अभी लगे ही थे कि अब फिर से बारिश शुरू हो गई है। खेतों में पानी भरे होने के कारण हार्वेस्टर से कटाई कराना संभव नहीं हो पा रहा है।
किसान राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि तीन दिनों से कुछ राज्यों में चक्रवाती तूफान “मोंथा” ने भारी तबाही मचाई है। भले ही इसका असर यहां कम है, लेकिन लगातार हो रही बूंदाबांदी और बादलों के छा जाने से धूप नहीं निकल रही। हम किसान काफी परेशान हैं।
किसान कपिल सिंह ने कहा कि अगर समय से धान की फसल की कटाई-मड़ाई नहीं हुई तो पशुओं के चारे के साथ-साथ हमारे परिवार के लिए धान की फसल भी बर्बाद हो जाएगी। ऐसे मौसम में फसल खराब हो गई तो परिवार के लिए चावल खाना भी मुश्किल हो जाएगा। किसान बहुत खुश थे क्योंकि इस बार धान की फसल अच्छी हुई थी और लगभग सभी फसलें पक चुकी थीं, लेकिन बेमौसम बरसात ने किसानों की खुशी अब मायूसी में बदल दी है।

 
 
         
 
         
 
         
																	
																															 
									 
																	 
									 
																	 
									 
																	 
									 
																	 
									 
																	 
									