चन्दौली
राजस्व निरीक्षक और लेखपाल पर 40 हजार रिश्वत का आरोप, मूल पत्रावली गायब
चंदौली। किसी विद्वान ने ठीक ही कहा है, “कागज़ों की दुनिया में खो गई एक कहानी, मूल पत्रावली गायब, सारी ज़िंदगी बेकार। सच की तलाश में भटक रहे हम, कागज़ों के बिना सब कुछ अधूरा।” यह पंक्तियाँ अक्षरशः सदर तहसील चंदौली की स्थिति पर लागू होती हैं।
उदाहरण स्वरूप, जनपद चंदौली के परगना मझवार अंतर्गत राजस्व ग्राम कांटा निवासी भुक्तभोगी श्याम सुंदर विश्वकर्मा हैं। उन्होंने बताया कि विगत 2 मई 2025 को उन्होंने पुनः तहसीलदार सदर को एक प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी है।
उल्लेखनीय है कि, श्याम सुंदर विश्वकर्मा राजस्व ग्राम कांटा, परगना मझवार, तहसील एवं जनपद चंदौली के मूल निवासी हैं। उनके आवेदन पत्र में उल्लेख है कि तत्कालीन ग्राम पंचायत प्रधान (पदेन अध्यक्ष) अमरजीत सिंह एवं क्षेत्रीय लेखपाल चंदन यादव की देखरेख में नवीन परती आराजी संख्या 954, क्षेत्रफल 0.053 हेक्टेयर कृषि भूमि का आवंटन प्रस्तावित किया गया था। तत्पश्चात पत्रावली स्वीकृत कराकर उसे श्याम सुंदर विश्वकर्मा को दिखाया भी गया।
लेकिन आवंटन स्वीकृत होने के बाद प्रभारी राजस्व निरीक्षक पंकज सिंह ने उनसे 40 हजार रुपये की मांग की। श्याम सुंदर विश्वकर्मा का कहना है कि धनराशि न देने पर लेखपाल चंदन यादव व राजस्व निरीक्षक पंकज सिंह ने उनकी स्वीकृत मूल पत्रावली को ही गायब कर दिया।
मूल पत्रावली के गायब हो जाने के कारण वे न्याय की आस में दर-दर भटक रहे हैं। श्याम सुंदर विश्वकर्मा ने विश्वास व्यक्त किया है कि जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग से उन्हें अवश्य न्याय मिलेगा।
इस संबंध में जब तहसीलदार सदर से संपर्क करने का प्रयास किया गया, तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। वहीं, जिलाधिकारी चंदौली से संपर्क करने पर बताया गया कि वे निरीक्षण पर हैं।
