वाराणसी
मोकलपुर में बिजली व्यवस्था चरमराई, ग्राम प्रधान ने एसडीएम से लगाई गुहार
वाराणसी। जिले के चिरईगांव विकासखंड के ग्राम पंचायत मोकलपुर में बिजली व्यवस्था पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गई है। ग्रामीण लगातार बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं। ग्राम प्रधान निर्मला देवी ने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए उप-जिलाधिकारी (एसडीएम) को एक लिखित पत्र सौंपा है और गांव में नए बिजली खंभे, तार तथा ट्रांसफार्मर की तत्काल व्यवस्था की मांग की है।
प्रधान ने अपने आवेदन में बताया कि ग्रामसभा की हरिजन बस्ती में खंभे तो लगे हैं, लेकिन उनमें लगे करीब 27 तार या तो टूट चुके हैं या पूरी तरह गायब हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में बिजली आपूर्ति बाधित है।
उन्होंने इस बस्ती के लिए 25 केवीए का ट्रांसफार्मर लगाने की भी सिफारिश की है ताकि स्थानीय लोगों को नियमित बिजली मिल सके। आवेदन में नौ स्थानों का उल्लेख किया गया है जहां जल्द से जल्द तार और खंभे लगाने की आवश्यकता है।
इन स्थानों में शिवा के घर से जरबन के बर तक, बाबूलाल के घर तक, रामदयाल निषाद से जितेंद्र निषाद व माले निषाद के घर तक, और भुआल सिंह से अमित सिंह के घर तक तार डालने की मांग शामिल है।
साथ ही, मेन रोड से प्राथमिक विद्यालय तक, विमला यादव डिग्री कॉलेज से सलदाऊ के घर तक छह घरों में, और मोती गुप्ता से लोरिक पॉल के घर तक तार बिछाने की जरूरत बताई गई है।
मेन रोड से धनर निषाद, पनारू व मुनीब निषाद के घरों तक लगभग 20 घरों में बिजली की व्यवस्था बेहद जोखिमपूर्ण है — यहां बांस-बल्ली के सहारे करीब 100 मीटर दूरी तक तार खींचे गए हैं। तहसीलदार सिंह के घर के पास भी दस घर अब तक बिजली से वंचित हैं, जिसके लिए अलग ट्रांसफार्मर की आवश्यकता बताई गई है।
प्रधान ने कहा कि तारों की अनुपस्थिति के कारण ग्रामीण बांस-बल्ली के सहारे अस्थायी रूप से बिजली का उपयोग कर रहे हैं, जो किसी भी समय बड़े हादसे का रूप ले सकता है। उन्होंने जनहित में इस समस्या पर शीघ्र कार्रवाई की मांग की है।
