गाजीपुर
मेडिकल कॉलेज में दवा वितरण व्यवस्था चरमराई, मरीजों में आक्रोश
गाजीपुर। मेडिकल कॉलेज अस्पताल गाजीपुर में नई बिल्डिंग के दवा वितरण काउंटर नंबर 3 के बंद रहने से मरीजों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है। मेडिसिन इंचार्ज सहित अस्पताल में तैनात लड़के-लड़कियाँ मरीजों को सही ढंग से दवा वितरण नहीं कर रहे हैं।
काउंटर नंबर 1 पर भारी भीड़ के बीच मरीजों में धक्का-मुक्की की स्थिति बनी हुई है, वहीं काउंटर नंबर 4 पर महिलाओं, माताओं और बहनों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल परिसर में भारी-भरकम भीड़ इस अव्यवस्था का जीवंत प्रमाण दे रही है।

सबसे बड़ी सोचने वाली बात यह है कि जब से माननीय उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने मेडिकल कॉलेज का दौरा कर स्पष्ट निर्देश दिया था कि “अस्पताल में दवाओं की कोई कमी नहीं है, बाहर की दवा नहीं लिखी जाएगी”, तब से अस्पताल में दवा संकट और बढ़ गया है।
डॉक्टरों द्वारा लिखे गए पर्चे में दर्ज पाँच से सात दवाओं में से केवल एक या दो ही दवाएं मिल पा रही हैं। शेष दवाओं के बारे में अस्पताल कर्मियों द्वारा खुलेआम कहा जा रहा है कि “हमारे पास अंदर से दवा नहीं है, बाहर से खरीद लीजिए।”

पर्चा दिखाती हुई मरीज चंदा देवी, निवासी मुहम्मदाबाद, और सालनी कुमारी, निवासी मुहम्मदाबाद, गाजीपुर ने बताया कि डॉक्टरों ने कहा था कि सारी दवाएं अस्पताल में उपलब्ध हैं और नीचे काउंटर से मिल जाएँगी, बाहर की कोई दवा नहीं लिखी जाएगी। लेकिन हकीकत में उन्हें डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाएं अस्पताल से नहीं मिल सकीं।
अस्पताल की इस अव्यवस्थित व्यवस्था से मरीजों में गहरा रोष है। मरीजों और उनके परिजनों का कहना है कि यदि जिम्मेदार अधिकारी शीघ्र कदम नहीं उठाते, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
