मिर्ज़ापुर
मिर्जापुर की जिलाधिकारी ने वृद्धा से बेर खरीद कर बढ़ाया हौसला
मां विंध्यवासिनी धाम में व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचीं जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन का एक मानवीय कार्य दिलों को छू गया। दर्शन-पूजन के बाद जब वे पुरानी वीआईपी मार्ग से लौट रही थीं, तो उनकी नजर फूटपाथ पर बेर बेच रही एक बुजुर्ग महिला पर पड़ी। महिला घंटों से टकटकी लगाए श्रद्धालुओं को देख रही थी, लेकिन ज्यादा बिक्री नहीं हो पाई थी।
जिलाधिकारी ने रुककर महिला का हाल जाना और पूछा, “अब तक कितने की बेर बेच चुकी हैं?” भावुक बुजुर्ग ने जवाब दिया, “बिटिया, पेट भरई के खर्चा निकल गवा बा।” यह सुनकर प्रियंका निरंजन ने पर्स से जितने पैसे निकले, उसे दे दिए और वहीं खड़े होकर कुछ बेर खाए। महिला की आंखों में खुशी के आंसू छलक आए, लेकिन उसे यह एहसास नहीं था कि जिसे वह अपने बेर दे रही है, वह कोई और नहीं बल्कि जिले की जिलाधिकारी हैं।
इस भावुक दृश्य को देखकर वहां मौजूद लोग भी गहरी संवेदना से भर उठे। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन का यह सराहनीय कार्य यह साबित करता है कि वे केवल प्रशासनिक कार्यों तक सीमित नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए संवेदनशील हैं। उनका यह व्यवहार लोगों को यह सीख देता है कि पद, प्रतिष्ठा और सफलता से बड़ा कुछ है, तो वह है मानवीयता और संवेदनशीलता। यही गुण व्यक्ति को न केवल लोकप्रिय बनाते हैं, बल्कि समाज में सम्मान और प्रतिष्ठा भी दिलाते हैं।