वाराणसी
मिट्टी के संकट से जूझते मूर्तिकार, संगम नगरी से मंगा रहे सामग्री

वाराणसी। मूर्तिकारों और कुम्हारों के सामने मिट्टी का संकट लगातार गहराता जा रहा है। स्थानीय स्तर पर मिट्टी की अनुपलब्धता के कारण अब वे अन्य जिलों की ओर रुख करने लगे हैं। कई मूर्तिकारों ने प्रयागराज की संगम नगरी से मिट्टी मंगाकर मूर्तियों का निर्माण शुरू कर दिया है। वहीं, कुम्हार भी ग्रामीण और आसपास के क्षेत्रों से मिट्टी लाकर बर्तन बना रहे हैं।
बीते एक महीने से मूर्तिकार और कुम्हार जलकल विभाग के चक्कर लगाते रहे, लेकिन उन्हें जरूरत के अनुसार मिट्टी नहीं मिल सकी। प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय की जनसुनवाई से लेकर विधायक तक से गुहार लगाई गई, लेकिन समाधान नहीं निकल सका। जलकल विभाग ने सीमित मात्रा में मिट्टी उपलब्ध कराई, जो अब समाप्त हो चुकी है।
मूर्तिकार अभिजीत विश्वास के अनुसार, दुर्गा पूजा के लिए मूर्तियों के ढांचे तैयार हो चुके हैं। अब उन्हें सिर्फ मिट्टी की जरूरत है, लेकिन स्थानीय संसाधन पूरी तरह विफल साबित हो रहे हैं। मजबूरी में उन्होंने प्रयागराज से मिट्टी मंगाई है और आगे के लिए भी मांग भेजी है। अन्य मूर्तिकार भी बाहर से मिट्टी मंगवाने को मजबूर हो गए हैं।
आगामी त्योहारों जैसे दुर्गा पूजा, जन्माष्टमी, रथयात्रा और अन्य आयोजनों के लिए बड़ी संख्या में मूर्तियां तैयार की जानी हैं। जलकल विभाग द्वारा सुझाए गए स्थानों पर पानी और कीचड़ के कारण खुदाई असंभव है। जब तक पानी सूखेगा, तब तक त्योहार गुजर जाएंगे।