गाजीपुर
महापर्व डाला छठ सकुशल सम्पन्न, श्रद्धा और भक्ति के साथ व्रतधारिणियों ने उगते सूर्य को दिया अर्घ्य
सैदपुर (गाजीपुर)। चार दिवसीय आस्था का महापर्व डाला छठ मंगलवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही सकुशल सम्पन्न हो गया। नहाय-खाय के साथ 25 अक्टूबर से आरंभ हुआ यह पर्व सैदपुर नगर और ग्रामीण अंचलों में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

सोमवार की शाम नगर के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। हल्की बूंदाबांदी के बावजूद व्रतधारिणियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। मंगलवार की भोर में श्रद्धालु परिवार सहित घाटों पर पहुंच गए और प्रसाद से सजे सूप एवं डालों के साथ भगवान भास्कर के उदय की प्रतीक्षा करने लगे। सूर्योदय होते ही व्रतधारिणियों ने अर्घ्य अर्पित कर परिवार की सुख-समृद्धि, धन-धान्य और संतान सुख की कामना की। घाटों पर महिलाओं की अपार भीड़ उमड़ी, वहीं श्रद्धालु अपने स्वजनों के साथ छठ की यादें कैमरे में कैद करते नजर आए।

नगर के बूढ़ेनाथ महादेव मंदिर परिसर में मां गंगा सेवा समिति के तत्वावधान में घाटों को आकर्षक ढंग से सजाया गया। रंगमहल घाट को भी भव्य रूप दिया गया, जहाँ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवा विभाग ने श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु सेवा कार्य किए। श्री श्री 1008 बाबा श्याम दास सेवा संघ की ओर से रंगमहल घाट पर आए श्रद्धालुओं के लिए सभी मूलभूत व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की गईं।

देर रात भारी वर्षा के बावजूद व्रतधारिणियों का उत्साह कम नहीं हुआ। प्रातः तीन बजे से ही महिलाएं परिवार सहित घाटों पर पहुँचकर सूर्य देव के उदय की प्रतीक्षा करती रहीं।सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। क्षेत्राधिकारी राम कृष्ण तिवारी ने सभी घाटों का स्थलीय निरीक्षण किया, जबकि कोतवाल शैलेश मिश्रा और चौकी इंचार्ज मनोज पांडेय नौका से घाटों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते रहे।
नगर अध्यक्षा प्रतिनिधि और सभासदों ने नौका पर सवार होकर घाटों का भ्रमण किया और व्रती महिलाओं को छठ महापर्व की बधाई दी। वहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने नौका से चक्रमण करते हुए श्रद्धालुओं से गंगा में पूजा सामग्री, निर्माल्य एवं पॉलीथीन न फेंकने की अपील की तथा स्वदेशी व स्थानीय उत्पादों को अपनाने का संदेश दिया।

उपजिलाधिकारी रामेश्वर सुधाकर सबबनवाड ने भी जलीय नौका से घाटों की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। प्रशासनिक सतर्कता और श्रद्धालुओं की भक्ति से सैदपुर का डाला छठ इस वर्ष भी शांति, भक्ति और उत्साह के माहौल में संपन्न हुआ।
