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वाराणसी

महाकुंभ के पलट प्रवाह से काशी विद्यापीठ की परीक्षाएं स्थगित

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वाराणसी। महाकुंभ 2025 के प्रभाव के चलते वाराणसी में बढ़ती भीड़ और ट्रैफिक जाम को देखते हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय ने अपनी सभी परीक्षाएं 15 फरवरी तक स्थगित करने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार, पहले परीक्षाएं 5 फरवरी तक स्थगित की गई थीं, लेकिन तीर्थयात्रियों की संख्या में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए इसे और बढ़ा दिया गया है।

विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव आनंद कुमार मौर्य ने जानकारी दी कि महाकुंभ के अंतिम अमृत स्नान के बाद अखाड़ों का वाराणसी आगमन होने वाला है, जिससे शहर और आसपास के जिलों—मिर्जापुर, भदोही, चंदौली में भी भारी भीड़ उमड़ रही है। इस कारण परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही थी। कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी के आदेशानुसार, छात्रों की मांग को ध्यान में रखते हुए परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला लिया गया।

काशी विद्यापीठ कैंपस के साथ-साथ सम्बद्ध महाविद्यालयों में भी परीक्षाएं टाल दी गई हैं। विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों के लिए यह निर्णय राहतभरा है, क्योंकि उन्हें लंबी दूरी तय कर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचना पड़ता है।

6 फरवरी से राजनीति विज्ञान विभाग में स्नातकोत्तर तृतीय सेमेस्टर की मिड टर्म परीक्षा प्रस्तावित थी, जबकि 7 और 8 फरवरी को स्नातक तृतीय एवं पंचम सेमेस्टर की परीक्षाएं होनी थीं। बी.एस-सी. टेक्सटाइल एंड हैंडलूम तृतीय और पंचम सेमेस्टर की परीक्षाएं भी क्रमशः 6 और 7 फरवरी से शुरू होनी थीं। वहीं, हिंदी और अन्य भारतीय भाषा विभाग में एम.ए. हिन्दी तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा 15 फरवरी से निर्धारित थी। इन सभी परीक्षाओं को अब पुनर्निर्धारित किया जाएगा।

वाराणसी में रोजाना करीब 20 लाख श्रद्धालुओं की आमद से सड़कों पर जाम की स्थिति बनी हुई है। महाकुंभ का प्रभाव अब तकरीबन पूरे क्षेत्र में देखा जा सकता है, जिससे न केवल यातायात प्रभावित हो रहा है, बल्कि शैक्षणिक गतिविधियों पर भी असर पड़ रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द ही नई परीक्षा तिथियों की घोषणा करेगा, जिससे लाखों छात्रों को राहत मिल सके।

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