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वाराणसी

मंडलीय अपर निदेशक ने पल्स पोलियो अभियान का किया शुभारंभ

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सीएचसी दुर्गाकुंड पर जन्मे शिशुओं को पिलाई ‘दो बूंद ज़िंदगी की’

पोलियो की खुराक से ही पोलियो रोग का बचाव संभव – डॉ मंजुला सिंह

आज से घर-घर जाकर पोलियो की दवा पिलाएगी स्वास्थ्य टीम

वाराणसी। बच्चों को पोलियो वायरस से बचाने के लिए जनपद में सघन पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत रविवार से हो चुकी है। रविवार को नगरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गाकुंड पर वाराणसी मण्डल की अपर निदेशक (चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) डॉ मंजुला सिंह ने सीएचसी पर एक दिन पूर्व जन्मे शिशुओं को पोलियो की दो बूंद खुराक पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने शिशुओं के परिजनों को उम्र के अनुसार सभी टीकों को समय से लगवाने के लिए प्रेरित किया। तत्पश्चात उन्होंने सीएचसी का भ्रमण कर ऑपरेशन थियेटर, जननी सुरक्षा योजना (जेएसवाई) वार्ड, सामान्य वार्ड, मातृ व नवजात शिशु देखभाल इकाई (एमएनसीयू), लैब आदि का निरीक्षण किया। डॉ मंजुला सिंह ने कहा कि अब देश में पोलियो का उन्मूलन हो चुका है लेकिन फिर से पोलियो वायरस पनप न सके इसलिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई जा रही है। उन्होंने बच्चों के अभिभावकों से आह्वान किया कि अपने बच्चों को पोलियो बचाव की खुराक अवश्य पिलायें। उन्होंने बताया कि पोलियो का टीका राष्ट्रीय नियमित टीकाकरण कार्यक्रम में भी शामिल है। पोलियो की ड्रॉप जन्म के समय ही दी जाती है। पोलियो की खुराक से ही पोलियो रोग का बचाव संभव है। उन्होंने बताया कि रविवार को जनपद के समस्त बूथ पर पोलियो की दवा देने के बाद सोमवार से 18 दिसंबर तक घर-घर जाकर बूथों पर टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों की पहचान कर उनका टीकाकरण करेंगे। बस टर्मिनल, रेलवे स्टेशन आदि स्थानों पर टीकाकरण टीम को तैनात किया गया है, जिससे पाँच वर्ष तक के सभी बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर उनके जीवन को सुरक्षित किया जा सके। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके मौर्या ने बताया कि जनपद में सघन पल्स पोलियो अभियान के सफल संचालन के लिए रविवार को 1771 पोलियो बूथ बनाए गए, जिसमें नवजात शिशुओं और पाँच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई। इसके लिए 346 सुपरवाइज़र तैनात किए गए थे। जबकि सोमवार से 18 दिसंबर तक घर-घर जाकर 1225 टीम पोलियो की दवा पिलाएगी। इसके अलावा 29 ट्रांज़िट टीम लगभग 30 ट्रांज़िट साइट पर पहुँचकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाएगी। 36 मोबाइल टीम के द्वारा घुमंतू परिवारों के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का कार्य करेगी। समस्त अभियान के तहत जनपद में जन्म से लेकर पाँच वर्ष तक के करीब 5.68 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। लाभार्थियों के बोल – काजल पाण्डेय (24) ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले ही सीएचसी पर ही पहली बच्ची ने जन्म लिया। उसे जन्म पर लगने वाली बीसीजी, हेपेटाइटिस बी का टीका और पोलियो ओपीवी की खुराक पिलाई गई। समय पर सभी टीके बच्ची को लगवा रही हैं। एक अन्य लाभार्थी अरविंद सिंह (29) ने बताया कि शनिवार को सीएचसी पर मेरी बच्ची ने जन्म दिया है और रविवार को उसे सबसे पहली खुराक पोलियो की दवा पिलाई गई। वह अपनी पहली संतान को उम्र के अनुसार सभी टीके समय से लगवाएंगे। सीएचसी की एएनएम और क्षेत्रीय आशा कार्यकर्ता के संपर्क में भी रहेंगे। इस मौके पर चिकित्सा अधीक्षक डॉ सारिका, अपर शोधाधिकारी अनूप उपाध्याय, फार्मासिस्ट रमाकांत त्रिपाठी, डबल्यूएचओ से डॉ श्रीराम व डॉ सतरुपा, यूएनडीपी से आशुतोष श्रीवास्तव व रीना वर्मा और यूनिसेफ से प्रदीप विश्वकर्मा व डॉ शाहिद, एएनएम एवं अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित रहे।

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