मिर्ज़ापुर
भैरो नेत्र चिकित्सालय में अटका बहुखण्डीय चिकित्सालय का मामला

मिर्जापुर। कमीशनर के आदेश के बावजूद अब तक भैरो नेत्र चिकित्सालय में बहुखण्डीय चिकित्सालय की शुरुआत नहीं हो सकी है। सीएमओ स्तर से भी न तो अस्पताल खोला जा सका और न ही डीआईसी सेंटर का निर्माण आगे बढ़ पाया है।
सूत्रों के अनुसार शासन स्तर से 50 बेड का बहुखण्डीय चिकित्सालय खोलने का आदेश तीन माह पूर्व ही दिया जा चुका है, लेकिन मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा भैरो नेत्र चिकित्सालय पर अनाधिकृत दखल के कारण यह योजना ठप पड़ी हुई है।
आश्चर्यजनक यह है कि पर्याप्त जगह खाली होने के बावजूद मंडलीय चिकित्सालय से नाक, कान, गला और चर्म विभाग को भैरो नेत्र चिकित्सालय में शिफ्ट कर दिया गया है, जबकि यहां आज भी 19 कमरे तालेबंद पड़े हैं।
स्थानीय लोगों और अधिकारियों का मानना है कि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य की दबंगई के चलते ही यह स्थिति बनी हुई है। बताया जाता है कि प्राचार्य सरकारी बैठकों में भी शामिल नहीं होते, जिससे साफ झलकता है कि वे किसी आदेश को गंभीरता से नहीं ले रहे।
इसी वजह से मंडलीय चिकित्सालय परिसर में दवा संचालक द्वारा दीवार तोड़कर कब्जा किए जाने की शिकायत पर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।