वाराणसी
भारत की शान है हिंदी हिंदुस्तान की जान और पहचान है हिंदी -जया बासिया
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी।आज मारवाड़ी युवा मंच अन्नपूर्णा शाखा के लिए बहुत गौरव का दिन है कि आज हिंदी दिवस के अवसर पर हमें भारतेन्दु हरिश्चंद्र के परिवार का सम्मान करने का गौरव प्राप्त हुआ ।भारतेंदु उनके परिवार वालों से उनके बारे में और उनकी जीवनी के बारे में सब कुछ जाना समझा और अपनी शाखा के सभी मेंबर्स को भी बताया हरिश्चंद्र का जन्म 9 सितंबर 1850 बनारस के एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ उनका मूल नाम हरीश चंद्र था और भारतेंदु उनकी उपाधि थी। पहली बार हिंदी में मौलिक नाटकों की रचना की उन्हें उन्होंने मौलिक और अनूदित मिलाकर कुल 17 नाटकों की रचना की थी भारतेंदु आधुनिक हिंदी साहित्य के साथ साथ हिंदी थिएटर के भी पितामह कहे जाते हैं वह हिंदी के महा लेखक थे हरिश्चंद्र ने हिंदी भाषा के लिए विशेष योगदान दिया इसी के कारण उसे हिंदी का जनक कहा जाता है।
इस अवसर पर मुख्य रूप से संस्था की अध्यक्षा जया बासिया सचिव पूजा खेमका, कोषाध्यक्ष श्रुति जैन, श्वेता अग्रवाल, सुनीता अग्रवाल एवं प्रीति जी सहित कई अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
