राष्ट्रीय
भारतीय सेना को मिलेंगे टैंक-रडार और विमान, रक्षा मंत्रालय का प्लान तैयार
भारतीय नौसेना के लिए सात हाईटेक युद्धपोतों का निर्माण भी शामिल
भारतीय सेना की ताकत जल्द ही बेहद बढ़ने वाली है, क्योंकि रक्षा मंत्रालय ने बेहद ही हाईटेक टैंक, रडार और नए गश्ती विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी है। इनमें भारतीय नौसेना के लिए सात हाईटेक युद्धपोतों का निर्माण भी शामिल है। केंद्र सरकार की रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) ने 1.45 लाख करोड़ रुपये के रक्षा उपकरणों की खरीद को मंजूरी दी है, जिसमें से 99% रकम स्वदेशी सप्लायर से खरीद पर खर्च की जाएगी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को अहम बैठक साउथ ब्लॉक में हुई। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, तीनों सेना प्रमुख, रक्षा सचिव और अन्य संबंधित अधिकारी शामिल हुए।
इस बैठक में भारतीय तटरक्षक बल (ICG) की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भी तीन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है। इनमें डोर्नियर-228 फ्लाइट की खरीद, खराब मौसम में स्पेशल सुविधाओं वाले नेक्स्ट जेनरेशन फास्ट पेट्रोल वेसल्स की खरीद और उन्नत टेक्निक और लंबी दूरी की परिचालन क्षमता वाले नेक्स्ट जेनरेशन ऑफशोर पेट्रोल वेसल्स की खरीद शामिल है। ये सभी ICG की निगरानी, समुद्री क्षेत्र में गश्त, खोज और बचाव के साथ आपदा राहत कार्यों को अंजाम देने की क्षमता को बढ़ाएंगे।
चीन-पाकिस्तान की दोहरी चुनौती
हाल ही में चीन ने भारत से लगती सीमा पर बड़े पैमाने पर बुनियादी ढांचे का निर्माण किया है। चीन ने सीमा के करीब बंकर, हेलीपैड और एयरबेस बनाए हैं। समुद्र में भी चीन अब हिंद महासागर में दखल देने लगा है। भारत के लिए एक बड़ी चुनौती चीन और पाकिस्तान की दोस्ती भी है। चीन, पाकिस्तान को नए और आधुनिक युद्धपोत दे रहा है। भारतीय नौसेना का मौजूदा बेड़ा पाकिस्तान और चीन का एक साथ सामना करने के लिए कम है। यही कारण है कि सबसे ज्यादा जोर नेवी की ताकत बढ़ाने पर दिया जा रहा है। हाल ही में देश की दूसरी परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिघात सेवा में शामिल की गई है। अन्य पनडुब्बियों का भी निर्माण जारी है।