राष्ट्रीय
भारतीय वायुसेना को मिलेंगे 97 LCA मार्क-1A फाइटर जेट

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने भारतीय वायुसेना के लिए 97 LCA मार्क-1A (तेजस) फाइटर जेट खरीदने वाली 62,000 करोड़ की परियोजना को मंजूरी दे दी है। रक्षा सूत्रों के अनुसार इस निर्णय से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को इन विमानों का निर्माण कराने के लिए बड़ी संभावना बन गई है, जो मेक-इन-इंडिया को मजबूती देता है और वायुसेना के पुराने MiG बेड़े को बदलने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
तेजस का एडवांस वर्जन LCA मार्क-1A आधुनिक एवियॉनिक्स और उन्नत रडार से लैस है तथा इसका 65% से अधिक उपकरण भारत में निर्मित होते हैं। यह हल्का सिंगल-इंजन फाइटर जेट MiG-21, MiG-23 और MiG-27 जैसे पुराने विमानों की जगह लेने के लिए तैनाती के लिए माना जा रहा है। सरकार ने पहले ही 2021 में HAL को 83 LCA मार्क-1A बनाने का अनुबंध दिया था, जिसकी डिलीवरी 2028 तक पूरी करनी है; अब नए 97 विमानों के आदेश से राष्ट्र-निर्माण तथा घरेलू रक्षा उद्योग की क्षमता बढ़ने की उम्मीद है।
वित्तीय और रणनीतिक पहलू पर नजर डालें तो यह सौदा रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता को आगे बढ़ाने के साथ-साथ HAL के लिए निरंतर कार्यवृत्त सुनिश्चित करेगा। तेजस को नाल एयरबेस, बीकानेर के पास तैनात करने की योजना है ताकि सीमावर्ती सुरक्षा आवश्यकताओं को बेहतर तरीके से पूरा किया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 25 नवंबर 2022 को बेंगलुरु में तेजस में उड़ान भरकर इस परियोजना का प्रतीकात्मक समर्थन किया था।
इस निर्णय से जुड़े पहलुओं और संभावित प्रभावों पर आगे की रिपोर्टिंग जारी रहेगी, जिसमें उत्पादन-समयरेखा, HAL की आपूर्ति श्रृंखला और वायुसेना की तैनाती योजनाओं के विवरण मिलते रहेंगे।