गाजीपुर
भवानी नंदन महाराज ने छठ व्रती महिलाओं का किया सम्मान
अंगवस्त्र और फल वितरित कर दिया आशीर्वाद
हथियाराम (गाजीपुर)। सिद्धपीठ हथियाराम आश्रम में विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी छठ महापर्व बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव से सम्पन्न हुआ। आश्रम के पीठाधीश्वर भवानी नंदन महाराज जी ने लगातार पाँच दिन से उपवास और निर्जला व्रत रखी महिलाओं के अंतिम अर्घ्य कार्यक्रम में स्वयं मंच पर उपस्थित होकर भव्य आयोजन किया।
गुरुदेव द्वारा करीब ढाई सौ व्रती महिलाओं को एकत्र कर पारंपरिक विधि से उनका सम्मान और सत्कार किया गया। गांव की ही कन्याओं ने व्रती माताओं के माथे पर कुमकुम, अक्षत और रोली लगाकर उनका स्वागत किया, तत्पश्चात पुष्प वर्षा कर वातावरण को आस्था से भर दिया।

अंगवस्त्र और फल वितरित कर किया सम्मान
गुरुदेव भवानी नंदन महाराज जी ने प्रत्येक महिला को एक साड़ी का सेट, द्रव्य, और पाँच किलो तक फल प्रदान कर आशीर्वाद दिया। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच महिलाओं को जल और चाय पिलाकर उनके व्रत का पारण कराया गया।
भारतीय संस्कृति की विशिष्टता पर बोले गुरुदेव
इस अवसर पर महाराज जी ने कहा कि, “जहां कुछ देशों में चांद दिखने के साथ ही पर्व का समापन माना जाता है, वहीं भारतीय संस्कृति में आस्था की गहराई इतनी है कि आज सूर्य 6:03 बजे लालिमा में दिखे, फिर भी हमारी व्रती माताएं सात बजे तक भगवान सूर्य का दर्शन करने को प्रतीक्षारत रहीं। यही भारतीय संस्कृति की सच्ची शक्ति और भक्ति का प्रतीक है।”
आश्रम परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में श्रद्धालु महिलाओं के अलावा सैकड़ों ग्रामीण भक्तों ने भी भाग लिया और भारतीय परंपराओं की इस झलक को निहारा।
