मिर्ज़ापुर
भगवान परशुराम जयंती पर ब्राह्मण समाज ने दिया शस्त्र-शास्त्र से धर्म रक्षा का संदेश

महंत योगानंद गिरी बोले – अन्याय के विरुद्ध शस्त्र उठाना भी धर्मसम्मत
मिर्जापुर। भगवान विष्णु के छठे अवतार एवं ब्राह्मणों के आराध्य देव भगवान परशुराम की जयंती पर अखिल भारतीय ब्राह्मण कल्याण संस्थान द्वारा मिर्जापुर के महुवारिया में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण, मंत्रोच्चारण एवं शंखनाद के साथ पूजा-अभिषेक से हुई।
बूढ़ेनाथ मंदिर के महंत डॉ. योगानंद गिरी ने इस अवसर पर कहा कि भगवान परशुराम का जीवन हमें शस्त्र और शास्त्र दोनों के धर्मसम्मत उपयोग की प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज को राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत करने की दिशा में संगठित प्रयास की आवश्यकता है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्थान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पं. अरुण चंद पांडे एडवोकेट ने कहा कि भगवान परशुराम का जन्म त्रेतायुग के प्रारंभ में अक्षय तृतीया के दिन हुआ था और उनका जीवन अन्याय के विरुद्ध संघर्ष का प्रतीक है। उन्होंने ब्राह्मण समाज से आह्वान किया कि वह परशुराम के पदचिह्नों पर चलकर सामाजिक कल्याण के लिए कार्य करें।
प्रदेश अध्यक्ष (पुरोहित प्रकोष्ठ) आचार्य जयप्रकाश पांडे ने कहा कि परशुराम जी ने पाप और शोषण से समाज को मुक्त करने का कार्य किया। वरिष्ठ पत्रकार सलिल पांडे ने कहा कि परशुराम का जीवन अन्याय के विरुद्ध बुलंद आवाज की प्रेरणा देता है।
संस्थान के राष्ट्रीय महामंत्री पं. सुनील कुमार पांडे एडवोकेट ने कहा कि ब्राह्मण समाज को एकता के साथ संगठित होकर जनकल्याण हेतु कार्य करना होगा। तभी समाज की वास्तविक उन्नति संभव है।
कार्यक्रम के दौरान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले में मृतकों को श्रद्धांजलि दी गई और दो मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। साथ ही, सरकार से दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की मांग की गई।
इस मौके पर पं. राजमणि दुबे, पं. रत्नाकर चौबे, पं. धर्मेंद्र कुमार, पं. आशीष पांडे, पं. छोटेलाल तिवारी, पं. संजय ओझा, पं. आलोक द्विवेदी, पं. नीलकांत पांडे, पं. श्याम बिहारी पांडे सहित सैकड़ों की संख्या में ब्राह्मण समाज के गणमान्य लोग उपस्थित रहे।