चन्दौली
बृजनंदनी स्कूल में छठ महापर्व आयोजित
विद्यार्थियों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने मोहा मन
चंदौली। भारतीय संस्कृति के सबसे पवित्र पर्वों में से एक छठ महापर्व का आयोजन बृजनंदनी ग्रुप ऑफ स्कूल्स में अत्यंत श्रद्धा और उल्लास के साथ किया गया। विद्यालय परिसर इस अवसर पर भक्ति, संगीत और संस्कृति के सुरों से गूंज उठा।
छठ महापर्व सूर्य उपासना का त्योहार है, जो प्रकृति, जल और जीवन के संतुलन का प्रतीक है। इस पर्व में भगवान भास्कर और छठ मइया की पूजा कर उनके आशीर्वाद से परिवार के सुख, समृद्धि और संतति की मंगलकामना की जाती है। यह पर्व अनुशासन, शुद्धता और आत्मसंयम का अद्भुत उदाहरण है, जो भारतीय लोकजीवन की आत्मा को प्रतिबिंबित करता है।
विद्यालय के विद्यार्थियों ने इस पावन अवसर पर लोकगीत, नृत्य, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ एवं छठ पूजा की पारंपरिक झांकी प्रस्तुत की, जिससे पूरा परिसर भक्तिमय वातावरण में डूब गया। दीपों की जगमगाहट और रंगोली की सजावट ने परिसर को दिव्यता से आलोकित कर दिया।
चेयरमैन बिरजू अग्रहरि ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि “छठ महापर्व भारतीय संस्कृति का वह पर्व है जो हमें प्रकृति के प्रति आभार, संयम और समर्पण का संदेश देता है। विद्यालय में ऐसे आयोजन बच्चों में भारतीय परंपराओं के प्रति सम्मान और समाज से जुड़ाव की भावना विकसित करते हैं। बृजनंदनी ग्रुप ऑफ स्कूल्स सदैव अपने विद्यार्थियों को शिक्षा के साथ संस्कारों से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।”
प्रधानाचार्य डॉ. नरेंद्र पाल सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि “हमारा उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि संस्कार, सह-अस्तित्व और समाज सेवा की भावना को भी प्रोत्साहित करना है। छठ जैसे पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक हैं, बल्कि यह हमें पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक एकता का भी संदेश देते हैं।”
कार्यक्रम में विद्यालय परिवार के सभी शिक्षकगण, छात्र-छात्राएँ और अभिभावक सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का समापन सामूहिक आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ।
इस अवसर पर प्रिंस पाल, राजीव सिंह, अंजलि, रमेश गगन, नमिता श्रीवास्तव, विधु मिश्र, अजय, पी. के. सिंह, संजीव, संदीप, संध्या रानी ब्रह्म, प्रियलिका दुबे, अल्पना जायसवाल, सुषमा पांडेय आदि लोग उपस्थित रहे।
