वाराणसी
बुद्ध पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज में कार्यक्रम आयोजित
वाराणसी। श्री अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज, परमानंदपुर परिसर में बुद्ध पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर एक विचारशील कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बौद्ध अध्ययन केंद्र की समन्वयक ने महात्मा बुद्ध के चार आर्य सत्य और अष्टांगिक मार्ग पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे संसार के पहले अनिश्वरवादी दर्शन के प्रवर्तक थे।
उनकी शिक्षाएं जीवन के दुःखों से मुक्ति का मार्ग दिखाती हैं तथा अहिंसा, करुणा, प्रेम, क्षमा, भाईचारे और समानता के आदर्श प्रस्तुत करती हैं।
कार्यक्रम में बौद्ध धर्म के सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभावों को भी रेखांकित किया गया। युवाओं के लिए बुद्ध के संदेशों की प्रासंगिकता पर विचार रखते हुए वक्ताओं ने कहा कि वर्तमान समय में भी उनके सिद्धांत प्रेरणा का स्रोत हैं। महात्मा बुद्ध की शिक्षाएं मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देती हैं और एक शांतिपूर्ण, सहिष्णु समाज के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करती हैं।
कार्यक्रम में छात्राओं ने बुद्ध की शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया और समाज में शांति व सद्भावना फैलाने के लिए कार्य करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। कार्यक्रम में कॉलेज के अनेक शिक्षक और छात्राएं उपस्थित रहीं।
