वाराणसी
बीएचयू : अस्पताल में जांच की व्यवस्था नदारद, मरीज परेशान

वाराणसी। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के अस्पताल में जांच के लिए आने वाले मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल में खून की जांच, गांठ आदि के सैंपल कलेक्शन के लिए पैथालॉजी विभाग में अभी तक कोई सुविधा नहीं उपलब्ध है। मरीजों को जांच के लिए आईएमएस मेडिकल कॉलेज तक लंबा सफर तय करना पड़ता है, जहां पहुंचना और सही लैब ढूंढना आसान नहीं है।
बीएचयू अस्पताल में हर दिन करीब 6,000 से अधिक मरीज वाराणसी, यूपी और बिहार के अन्य जिलों से इलाज के लिए आते हैं। इनमें से सर्जरी, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, स्त्री रोग, बाल रोग जैसे विभागों में डॉक्टर अक्सर मरीजों को संक्रमण, वायरल डिजीज या कैंसर के शुरुआती लक्षणों की जांच की सलाह देते हैं। बावजूद इसके, केंद्रीयकृत सैंपल कलेक्शन के लिए आवंटित जगह पर पैथालॉजी विभाग का काउंटर अब तक स्थापित नहीं हो सका है।
पैथालॉजी विभागाध्यक्ष ने कई बार सैंपल कलेक्शन की जगह के आवंटन के लिए पत्र भेजा, लेकिन अभी तक सकारात्मक जवाब नहीं मिला है। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी।
आईएमएस लैब का भ्रमजाल
मरीजों के लिए आईएमएस परिसर में लैब तक पहुंचना मुश्किल भरा साबित हो रहा है। ज्योति शुक्ला और ऊषा सिंह जैसी आईएमएस की प्रमुख लैब को वहां के मेडिकल स्टाफ और डॉक्टर तो पहचानते हैं, परंतु गेट पर कोई स्पष्ट दिशा-निर्देश या संकेतक न होने के कारण मरीजों को इन तक पहुंचने में परेशानी होती है। यहां पहुंचने पर भी घंटों लंबी कतार में लगकर सैंपल जमा करना पड़ता है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एसएन संखवार का कहना है कि, “अस्पताल में जल्द ही सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। पैथालॉजी विभागाध्यक्ष से इस बारे में बातचीत की जाएगी।”
बीएचयू अस्पताल में मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर, सैंपल कलेक्शन सुविधा का विस्तार और मरीजों की परेशानियों को कम करना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है।