वाराणसी
बिना पंजीकरण चल रहे आठ अस्पताल सील

मरीजों को भेजा गया सरकारी अस्पताल
वाराणसी। जिले में बिना पंजीकरण संचालित अस्पतालों व नर्सिंग होमों के खिलाफ गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग ने कड़ी कार्रवाई की है। नगर के बड़ागांव व रोहनिया इलाकों में आठ ऐसे अस्पतालों को सील किया गया। इन अस्पतालों में भर्ती मरीजों को एंबुलेंस के माध्यम से अन्य सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में स्थानांतरित किया गया।
जानकारी के अनुसार, जिले में लगभग 1500 अस्पताल, नर्सिंग होम और क्लीनिक संचालित हैं, लेकिन केवल 830 का ही पंजीकरण सीएमओ कार्यालय में है। कई स्थानों पर मानक नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था। कुछ क्लीनिक दो शटर में संचालित थे, जबकि कुछ अस्पताल घरों को ही चिकित्सालय बना कर चला रहे थे।
स्वास्थ्य विभाग ने इस कार्रवाई की शुरुआत बड़ागांव इलाके से की। पीएचसी बड़ागांव प्रभारी डॉ. शेर मोहम्मद के निर्देशन में चार क्लीनिकों को बंद किया गया। वहीं, रोहनिया इलाके में सीएचसी मिसिरपुर के अधीक्षक डॉ. रामबली सिंह ने पुलिस के साथ मिलकर बिना पंजीकरण वाले अस्पतालों को सील किया और चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी गतिविधि दोबारा पाई गई तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सील किए गए अस्पतालों की सूची इस प्रकार है:
- डोलडम मल्टीस्पेशिएलिटी हॉस्पिटल, अवलेशपुर
- वान्या हॉस्पिटल, चितईपुर
- पूजा मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल, अखरी
- सर्वोदय हॉस्पिटल, अखरी बाईपास
- आर्यन फ्रैक्चर क्लिनिक, बाबतपुर
- हेरिटेज एजुकेशनल एंड इंवायरमेंटल वेलफेयर, बाबतपुर एयरपोर्ट
- पूनम हॉस्पिटल, बसनी
- न्यू शांति हॉस्पिटल एंड सर्जिकल सेंटर, सिसवां बाबतपुर
डॉ. शेर मोहम्मद ने बताया कि सीएमओ कार्यालय द्वारा संचालित पंजीकरण प्रक्रिया में मानक पूरा न करने के कारण इन अस्पतालों को सील किया गया है। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि जिले में संचालित सभी अस्पताल, क्लिनिक व नर्सिंग होमों को पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करनी अनिवार्य है और आगे भी ऐसे मामलों में कार्रवाई जारी रहेगी।