मुम्बई
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड : शूटर्स ने रायगढ़ के कर्जत जंगल में की थी पांच दिन तक प्रैक्टिस
मुंबई। एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में शामिल तीन हमलावरों ने हत्या से पहले शूटिंग की प्रैक्टिस की थी। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह प्रैक्टिस रायगढ़ जिले के एक झरने के पास की गई थी। अपराध शाखा की जांच में पता चला कि गिरफ्तार हमलावर धर्मराज कश्यप, गुरमेल सिंह और फरार आरोपी शिवकुमार गौतम ने सितंबर में करजत तहसील के पलासधारी इलाके में गोलीबारी का अभ्यास किया था। यह इलाका सुनसान था जहां गोली की आवाज दूर तक नहीं सुनाई दी और किसी ने उन्हें देखा भी नहीं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार इस ऑपरेशन की कमान नितिन सप्रे और राम कनौजिया ने संभाली थी। शुरू में इस हत्या का जिम्मा ठाणे के पांच सदस्यीय गिरोह को सौंपा गया था लेकिन 50 लाख रुपये की मांग पर असहमति के चलते गिरोह पीछे हट गया।
हालांकि उन्होंने हत्या के लिए जरूरी सामान और सहायता मुहैया कराई। इसके बाद आरोपियों को कुर्ला और करजत में घर दिलवाया गया, जहां वे टारगेट की रेकी और शूटिंग प्रैक्टिस करते रहे। 12 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन सिद्दीकी की हत्या हुई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दो शूटर गुरनैल सिंह और धर्मराज कश्यप को गिरफ्तार किया।
जबकि मुख्य साजिशकर्ता शुभम लोणकर और अन्य को बाद में पकड़ा गया। इस मामले में कुल दस आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है जबकि तीन आरोपी शुभम लोणकर, जीशान अख्तर और शिवकुमार गौतम अभी फरार हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तीनों फरार आरोपियों को ढूंढने में मुश्किलें आ रही हैं।
शुभम लोणकर ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए फेसबुक पर एक पोस्ट डाली थी जिसे बाद में डिलीट कर दिया। पुलिस ने फेसबुक से लोकेशन डिटेल्स मांगी हैं लेकिन सर्वर विदेश में होने के कारण रिप्लाई आने में देर हो रही है जिससे आरोपी फरार होने में सफल हो रहे हैं।