पूर्वांचल
फौजी के पिता को न्याय दिलाने के लिए चला बुलडोजर
रिपोर्ट में हीलाहवाली में लेखपाल को किया गया था निलंबित
जौनपुर। जनपद के जलालपुर क्षेत्र के दूबेपुर गांव के निवासी राममणि दूबे के परिवार ने न्याय की उम्मीद छोड़ दी थी पर एसडीएम केराकत सुनील कुमार भारती के एक आदेश ने उनका भरोसा फिर से जीवित कर दिया। देश के लिए अपने इकलौते बेटे को सरहद पर भेजने वाले राममणि खुद अपने गांव की जमीन पर अवैध कब्जे से परेशान थे। बीते 28 जुलाई को उनकी जमीन पर अवैध बाउंड्रीवॉल बना दी गई और स्थानीय थाने से शिकायत के बावजूद कोई राहत नहीं मिली।
थक-हारकर पीड़ित पिता ने एसडीएम केराकत से न्याय की गुहार लगाई। एसडीएम ने तुरंत जांच टीम का गठन किया और निष्पक्ष जांच के बाद पाया गया कि राममणि दुबे की जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है। आदेश के तहत राजस्व टीम और पुलिस की मौजूदगी में बुलडोजर से अवैध बाउंड्रीवॉल गिरा दी गई।
लेखपाल पर हीलाहवाली का आरोप, तत्काल निलंबन
राममणि दूबे की शिकायत पर उचित कार्रवाई में देरी और हीलाहवाली के चलते हल्का लेखपाल विनय कुमार पाण्डेय को पहले ही निलंबित किया जा चुका था। इसके बाद जांच टीम की साफ रिपोर्ट आने पर बुलडोजर कार्यवाही की गई।
जमीन से अवैध कब्जा हटाने के दौरान एसडीएम के आदेश पर तहसीलदार महेंद्र बहादुर, नायब तहसीलदार हुसैन अहमद, प्रमोद यादव, और कानूनगो शैलेन्द्र सिंह के साथ भारी पुलिस बल तैनात रहा, जिससे कार्यवाही शांतिपूर्ण ढंग से पूरी हो सकी।
एसडीएम का एक्शन बना लोगों के लिए उम्मीद
एसडीएम सुनील कुमार भारती के इस त्वरित एक्शन ने क्षेत्र के लोगों में न्याय और प्रशासन के प्रति विश्वास को और मजबूत किया है। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि अब उनकी शिकायतों पर भी प्रशासन गंभीरता से ध्यान देगा। जिससे वे बिना तहसील का चक्कर लगाए न्याय पा सकेंगे।