वाराणसी
प्राचीन मंदिरों का जीर्णोद्धार पूर्ण, मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न

वाराणसी की ऐतिहासिक धरती एक बार फिर श्रद्धा और आस्था के रंग में रंग गई है। गोला दीनानाथ किराना मार्केट स्थित सैकड़ों वर्ष पुराने श्री दीनबंधु दीनानाथ बाबा, श्री राम जानकी एवं श्री राधा कृष्ण मंदिरों का बहुप्रतीक्षित जीर्णोद्धार कार्य पूर्ण हो गया है। काशी किराना व्यापार मण्डल के दो वर्षों के सतत प्रयास से संपूर्ण मंदिर परिसर में 23 नवीन देवी-देवताओं की मूर्तियाँ प्रतिष्ठापित की गईं।
इस पावन अवसर पर 25 अप्रैल को एक भव्य शोभायात्रा का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने बैंड-बाजे और जयघोषों के साथ उत्साहपूर्वक भाग लिया। शोभायात्रा गोला मार्केट से शुरू होकर कबीरचौरा, लोहटिया, काशीपुरा और जालपा देवी मार्ग से होते हुए मंदिर प्रांगण तक पहुँची।
30 अप्रैल, अक्षय तृतीया के शुभ दिन, नई मूर्तियों की विधिवत प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई। इसी दिन से मंदिर परिसर में श्री रूद्र चंडी यज्ञ का शुभारंभ हुआ, जो प्रतिदिन प्रातः 10 बजे से सायं 5 बजे तक चला और 9 दिनों तक जारी रहा। यज्ञ का समापन 8 मई को अपराह्न में सम्पन्न हो गया।
9 मई से अखण्ड श्रीरामचरितमानस पाठ आरंभ होगा, जो संध्या तक श्रद्धा और भक्ति की अमृतवर्षा करेगा। पाठ के उपरांत विशाल प्रसाद वितरण की व्यवस्था की गई है, जो श्रद्धालुओं के आगमन तक अविरल रूप से चलता रहेगा। इस ऐतिहासिक आयोजन ने काशी के धार्मिक गौरव को एक नई ऊर्जा से सिंचित किया है और संपूर्ण क्षेत्र में भक्ति की एक अनुपम लहर प्रवाहित की है।