चन्दौली
पीडीडीयू नगर में आवारा कुत्तों का आतंक, नगर पालिका कर्मी मूकदर्शक

चंदौली। पीडीडीयू नगर में आवारा कुत्तों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, जिससे नागरिकों के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। शहर में प्रतिदिन 50 से 60 लोगों को कुत्ते काट रहे हैं, जिससे लोगों में भय व्याप्त है। राजकीय महिला चिकित्सालय में पिछले एक माह में 2000 से अधिक लोगों को एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाना पड़ा, जिसमें अधिकतर 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे शामिल हैं।
नगर पालिका के पास इन घुमंतू कुत्तों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए कोई प्रभावी योजना नहीं है। नगर पालिका क्षेत्र में 25 वार्डों की आबादी लगभग डेढ़ लाख है, जहां हर गली-मोहल्ले में कुत्तों का आतंक फैला हुआ है। इसके बावजूद, प्रशासन द्वारा अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
कसाब महल में रहने वाली 7 वर्षीय समा पर कुत्तों ने हमला किया और उसे घसीटकर ले जाने की कोशिश की। उसकी माँ के समय पर पहुंचने से उसे बचा लिया गया, लेकिन तब तक कुत्तों ने उसे घायल कर दिया था। इसी तरह, रवि नगर निवासी अर्जुन पर भी एक कुत्ते ने हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। मवई खुर्द निवासी 7 वर्षीय रोहित पर भी कुत्तों ने हमला किया और उसे जख्मी कर दिया।
रात में कुत्तों का आतंक और अधिक बढ़ जाता है, खासकर बाइक सवारों के लिए। कई बार ये कुत्ते अचानक हमला कर देते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।
राजकीय महिला चिकित्सालय के चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.के. चतुर्वेदी ने बताया कि कुत्ता काटने पर घाव को तुरंत साबुन और पानी से साफ करना चाहिए, एंटीबायोटिक क्रीम लगाकर घाव को ढंकना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। संक्रमण के लक्षणों जैसे सूजन, दर्द और बुखार को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
नगर पालिका को इस समस्या का समाधान निकालने के लिए उचित योजना बनानी चाहिए। घुमंतू कुत्तों को पकड़ने, उनकी नसबंदी कराने और उचित देखभाल के लिए एक ठोस नीति लागू करनी आवश्यक है। नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नगर प्रशासन को जल्द से जल्द कार्रवाई करनी चाहिए।