गाजीपुर
पीजी कॉलेज गाजीपुर में वैदिक रीति से नए सत्र का शुभारंभ

हवन-यज्ञ और पौधारोपण से गूंजा परिसर
गाजीपुर। स्नातकोत्तर महाविद्यालय गाजीपुर में शैक्षणिक सत्र 2025-26 का शुभारंभ वैदिक रीति से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत शोध ग्रंथालय में मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण और आरती से हुई। इसके बाद हवन-यज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें प्राचार्य प्रोफेसर राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय समेत सभी शिक्षकों और कर्मचारियों ने आहुति देकर नए सत्र के मंगल की कामना की। प्राचार्य प्रो. राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने शोध ग्रंथालय परिसर में सिंदूर के पौधे का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
कार्यक्रम में कॉलेज के संस्थापक सचिव एवं प्रबंधक स्वर्गीय बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह की आदमकद प्रतिमा और चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। प्राचार्य प्रो. राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में शिक्षकों और कर्मचारियों ने उनके योगदान को याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
प्राचार्य प्रो. राघवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने कहा कि नए सत्र का यह वैदिक शुभारंभ हमारी सांस्कृतिक और शैक्षणिक विरासत का प्रतीक है। यह कार्यक्रम परंपरा के सम्मान और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी को दर्शाता है। स्वर्गीय बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह के योगदान को हमेशा स्मरण किया जाएगा।
कॉलेज के सभी छह संकायों कला, विज्ञान, वाणिज्य, कृषि, अध्यापक शिक्षा और शारीरिक शिक्षा में स्नातक व स्नातकोत्तर स्तर पर उच्च गुणवत्तायुक्त प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, कम्प्यूटराइज्ड शोध ग्रंथालय, एनसीसी, एनएसएस, रोवर्स रेंजर्स, जिम्नेजियम हॉल, आउटडोर-इंडोर स्टेडियम, वाई-फाई युक्त परिसर जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास हेतु समग्र प्रोत्साहन प्रदान किए जाते हैं।
प्राचार्य ने बताया कि विभिन्न विषयों में प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जिसकी विस्तृत जानकारी कॉलेज की वेबसाइट पर उपलब्ध है। सभी विद्यार्थियों के लिए समर्थ पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य होगा।
इस अवसर पर प्रबंधक समिति के प्रतिनिधि सौरभ सिंह, प्रो. वीरेंद्र सिंह, प्रो. सत्येन्द्र नाथ सिंह, प्रो. विनय कुमार दूबे, प्रो. डीआर सिंह, प्रो. संजय चतुर्वेदी, डॉ. इन्दीवर पाठक, डॉ. शैलेन्द्र सिंह, डॉ. सुधीर सिंह, संजय श्रीवास्तव, अनिल पांडेय, अरुण सिंह बघेल, विवेक सिंह सम्मी, विजय सिंह, अमितेश सिंह, ममता मिश्रा, गौरी सिंह, सीमा सिंह समेत सभी शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम कॉलेज के सांस्कृतिक और शैक्षणिक मूल्यों को सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।