वाराणसी
पीएम मोदी के चुनावी लाभ के लिए प्रशासन ने निभाई पक्षपातपूर्ण भूमिका : अजय राय
वाराणसी। यूपी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और वाराणसी लोकसभा क्षेत्र से ‘इंडिया’ गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय ने शनिवार को एक प्रेसवार्ता में वाराणसी के चुनाव प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अजय राय ने कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी लाभ के लिए प्रशासन ने पक्षपातपूर्ण भूमिका निभाई है।”
अजय राय ने आरोप लगाया कि, प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन पत्र में कई महत्वपूर्ण सूचनाएं अधूरी थीं, फिर भी बिना आपत्तियां आमंत्रित किए उनके नामांकन को वैध घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि, “मोदी के नामांकन पत्र में उनकी धर्मपत्नी की आय से संबंधित जानकारी नहीं भरी गई थी। इस कारण से भाजपा ने एक डमी प्रत्याशी का भी नामांकन कराया था। कांग्रेस ने इन आपत्तियों को चुनाव आयोग को ऑनलाइन भेजा है।”
अजय राय ने यह भी आरोप लगाया कि, रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को चुनावी संवाद के लिए प्रधानमंत्री को आवंटित किया गया, जो चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। यह सेंटर जापान सरकार के धन से बना एक सार्वजनिक संपत्ति है, जिसे सांस्कृतिक और शैक्षिक आयोजनों के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए। अजय राय ने सवाल उठाया कि, क्या यह सेंटर अन्य दलों और उम्मीदवारों के लिए भी उपलब्ध है ? और क्या निर्धारित शुल्क जमा किया गया है ?
उन्होंने आरोप लगाया कि, प्रधानमंत्री के रोड शो और अन्य चुनावी गतिविधियों में सरकारी और अर्ध सरकारी निकायों द्वारा विशेष सज्जा और रोशनी पर भारी खर्च किया गया है, जिसकी अनदेखी की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से कई महत्वपूर्ण परियोजनाओं को गुजरात स्थानांतरित कर दिया है, जिससे काशी के युवाओं को रोजगार के अवसरों से वंचित कर दिया गया है। अगर काशी के लिए मोदी के दिल में संवेदना होती, तो ये परियोजनाएं वाराणसी में लाई जातीं और यहां के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलते।
कांग्रेस ने चुनाव आयोग से निष्पक्ष जांच और उचित कार्रवाई की मांग की है और उस अधिकारी को हटाने की मांग की है जो पिछले पांच वर्षों से वाराणसी में तैनात हैं और जिन पर पक्षपात के आरोप लगते रहे हैं।
प्रेसवार्ता के दौरान हीरालाल यादव, सुजीत यादव उर्फ लक्कड़ पहलवान, राजेश्वर पटेल, राघवेंद्र जायसवाल, शैलेंद्र सिंह, अजय सिंह गुड्डू, ओम प्रकाश सिंह उर्फ खनझाटी, पहलवान समेत अन्य लोग मौजूद रहे।