वाराणसी
परिवार नियोजन की सुविधाओं से रूबरू हुए ग्राम प्रधान
वाराणसी। ग्राम पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और परिवार नियोजन की सुविधाओं को आमजन तक पहुंचाने के उद्देश्य से सोमवार को खंड विकास अधिकारी कार्यालय सभागार, अराजीलाइन में प्रधानों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में ग्राम प्रधानों और पंचायत सदस्यों को परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधनों की जानकारी दी गई।
स्वास्थ्य सेवाओं में ग्राम प्रधानों की महत्वपूर्ण भूमिका
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि परिवार नियोजन अपनाने से मातृ और शिशु मृत्यु-दर में कमी आती है और परिवार का सामाजिक व आर्थिक विकास संभव होता है। उन्होंने ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण समिति और जन-आरोग्य समिति में ग्राम प्रधानों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
डॉ. चौधरी ने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रधानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इससे ग्रामीण समुदाय में जागरूकता बढ़ाने और स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ आमजन तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
वाराणसी में बढ़ रही है परिवार नियोजन की उपलब्धि
कार्यक्रम में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी और एसीएमओ आरसीएच, डॉ. एचसी मौर्या ने नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (एनएफएचएस-5, 2020-21) के आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि वाराणसी जनपद में आधुनिक अस्थायी विधियों के उपयोग का प्रतिशत 42.6 (2015-16) से बढ़कर 60.9 हो गया है। वहीं, परिवार नियोजन की किसी भी विधि में जिले की उपलब्धि 58.5 फीसदी से बढ़कर 72.5 फीसदी हो गई है।
प्रशिक्षण के बाद प्रधानों का संकल्प
अराजीलाइन में आयोजित इस प्रशिक्षण में कुल पांच बैच में प्रधानों और पंचायत सदस्यों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। आगामी दिनों में जिले में कुल 28 बैच के माध्यम से सभी प्रधानों और एक-एक सदस्य को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद ग्राम प्रधानों ने इसे उपयोगी बताते हुए कहा कि वे अपने गांव में जागरूकता अभियान चलाएंगे और लोगों को स्वास्थ्य योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए प्रेरित करेंगे।
कार्यक्रम में विशेष सहभागिता
कार्यक्रम में सी3 संस्था के जिला समन्वयक अनूप राय, ग्राम प्रधान, पंचायत सदस्य और अन्य अधिकारियों सहित कुल 35 लोग उपस्थित रहे। सभी ने समय-समय पर इस तरह के प्रशिक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।
स्वस्थ समाज की ओर कदम
यह प्रशिक्षण ग्राम स्तर पर स्वास्थ्य योजनाओं की तैयारी और उनके सफल क्रियान्वयन की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस तरह के प्रयासों से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार होगा और एक स्वस्थ समाज का निर्माण होगा।