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पति ने काशी में की आत्महत्या, खबर सुनकर गोरखपुर में छत से कूदी पत्नी

परिजनों और रिश्तेदारों ने बताया पुलिस को सुसाइड के पीछे का राज
रिपोर्ट – सुभाष चंद्र सिंह
वाराणसी/गोरखपुर। शनिवार को सारनाथ स्थित एक होटल में पटना,बिहार के रहने वाले हरीश बगेश नामक व्यक्ति ने फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की सूचना जैसे ही गोरखपुर स्थित सिविल लाइन्स में रह रही उसकी पत्नी संचिता को मिली तो उसने भी छत से कूद कर सुसाइड कर लिया। संचिता शहर के प्रसिद्ध मनोरोग विशेषज्ञ डा. रामशरणदास की बेटी थी।
जानकारी के अनुसार, सारनाथ के मवैया स्थित होटल स्टेम होम के कमरे फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाला पति हरीश बगेश बिहार, पटना के बाढ़ का रहने वाला था। संचिता ने दो साल पहले हरीश से लव मैरिज किया था। एमबीए पास हरीश मुंबई में प्राइवेट बैंक में नौकरी कर रहा था। पत्नी की तबियत खराब होने पर वह नौकरी छोड़कर गोरखपुर आ गया और सिविल लाइंस स्थित ससुराल में रहने लगा। छह जुलाई को हरीश गांव जाने की बात कहकर गोरखपुर से निकला था। लेकिन वह गांव ना जाकर सीधे वाराणसी पहुंच गया।

शनिवार को रात आठ बजे हरीश बगेश सारनाथ के होटल में पहुंचा और कमरे में फंदे से लटकर जान दे दी। पुलिस को उसके कमरे में गांजा, सिगरेट, लाइटर, मोबाइल व पर्स व फांसी के लिए इस्तेमाल की गई रस्सी मिली थी। पुलिस को हरीश के पैंट की जेब से मिले कागजात से पत्नी और उसके घरवालों का नंबर मिला। पुलिस ने घटना की जानकारी घर पर दी। इस घटना की सूचना जैसे ही उसकी पत्नी को मिली तो रविवार की सुबह नौ बजे संचिता घर की दूसरी मंजिल पर पहुंची और नीचे कूद गई। उसके सिर में गंभीर चोट आई। गंभीर स्थिति में परिवार के लोग जिला अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
घर पर मौजूद रिश्तेदारों और पुलिस की पूछताछ में पता चला कि पत्नी की तबीयत खराब होने के बाद नौकरी छूटने से हरीश बेरोजगार हो गया था। इस वजह से वह ससुराल में रहने लगा। नौकरी के लिए कई बार प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हुआ। अवसाद के चलते हरीश नशे का आदी हो गया था।