गाजीपुर
पति और ससुर की दबंगई से बहू की हालत नाज़ुक, न्यायालय आदेश बेअसर

बहरियाबाद थाने की लापरवाही, तीन नोटिस के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई
बहरियाबाद गाजीपुर (जयदेश)। आराजी कस्बा स्वाद, बहरियाबाद के शमीम ख़ान अपने लड़के मजहर ख़ान का शादी अपने रिश्तेदारी के चंदा बेगम के साथ दो हजार दस में कराकर अपनी बहू को आए दिन प्रताड़ित कर रहा है। चंदा बेगम के पिता की ज़मीन को हड़पने के चक्कर में उसका हाल बेहाल कर दिया है, जबकि चंदा बेगम का पिता एक दशक से लापता है और उसकी मां का देहांत हो चुका है।
कुछ दिन चंदा बेगम अपने पति के साथ हंसी-खुशी से रह रही थी लेकिन बाद में ज़मीन का लालच पिता-पुत्र को हो जाने के वजह से चंदा को आए दिन धमकाना एवं प्रताड़ित करके उसका जीना मुहाल कर दिए हैं। चंदा बेगम का पति भी उसका साथ छोड़ दिया, जबकि चंदा बेगम के पास एक लड़का है जो पढ़ाई-लिखाई न होने से उसका भी ज़िंदगी चौपट हो रहा है।
चंदा बेगम थक-हारकर महिला न्यायालय गाज़ीपुर में मुकदमा दर्ज कराई और उसके भरण-पोषण के लिए 3000 रु प्रति माह देने का आदेश जारी किया गया, मगर आज तक पीड़िता को एक रुपया न मिलने से उसका जीना मुहाल हो गया है।
न्यायालय द्वारा बहरियाबाद थाने को तीन बार नोटिस जारी किया जा चुका है, लेकिन अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं किया गया। भरण-पोषण की धनराशि न्यायालय में जमा करने के लिए कहा गया है, लेकिन पिता-पुत्र की दबंगई एवं मिलीभगत के कारण अभी तक न्यायालय में भरण-पोषण का पैसा जमा नहीं किया गया।
चंदा बेगम ने शासन व प्रशासन से मांग की है कि उसके भरण-पोषण के लिए 3000 रुपये प्रति माह दिलाया जाए, नहीं तो थक-हारकर, बेबस होकर आत्मदाह करने को मजबूर हो जाएगी।
आजकल ज्यादातर लोगों द्वारा शादी का झांसा देकर उनकी संपत्ति हड़पने का खेल जोरों से चल रहा है। जब उनकी बहू विरोध करने लगती हैं तो उनको प्रताड़ित किया जाता है और बाद में उन पर ग़लत आरोप लगाकर पति-पत्नी से झगड़ा करा कर उनकी ज़िंदगी को बर्बाद किया जाता है। इस बर्बादी के आलम में जब बहू न्यायालय की शरण लेती है तो न्यायालय के आदेशानुसार भरण-पोषण का पैसा न मिल पाने से उनकी ज़िंदगी बर्बाद कर दी जाती है। जिससे महिलाएं निराश होकर अपनी ज़िंदगी से हाथ धोने पर आमादा हो जाती हैं।