गोरखपुर
निर्माण के 10 दिन बाद दोबारा खोदी गई सड़क, स्थानीय लोगों में नाराजगी
गोरखपुर। बेतियाहाता हाता फिराक चौराहे से बेतियाहाता चौराहे तक लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा करीब 10 दिन पहले फोरलेन सड़क का निर्माण कराया गया था। सड़क दुरुस्त होने से स्थानीय लोगों को यातायात सुगम होने और जाम कम होने की उम्मीद थी। लेकिन निर्माण के कुछ ही दिनों बाद उसी सड़क को दोबारा खोद दिया गया, जिससे लोगों में नाराजगी है।
सूत्रों के अनुसार लगभग 30 मीटर हिस्से में जल निगम द्वारा पानी की पाइपलाइन जोड़ने के लिए सड़क काटी गई। इसके चलते गड्ढे और उखड़ी सड़क फिर से आवागमन में परेशानी का कारण बने हुए हैं। जल निगम का दावा है कि पाइपलाइन बिछाने की योजना के संबंध में विभाग ने पहले ही पीडब्ल्यूडी को सूचना दी थी, इसके बावजूद बिना समन्वय के सड़क का निर्माण कर दिया गया।
इस मामले में सिविल लाइंस-एक के पार्षद अजय राय ने विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जल निगम द्वारा पूर्व सूचना देने के बावजूद सड़क को खोदना विभागों के बीच तालमेल की कमी को दर्शाता है। इस तरह के असमन्वय से सरकारी बजट पर अतिरिक्त भार पड़ता है और जनता को सुविधाओं के बजाय केवल परेशानियां मिलती हैं।
स्थानीय निवासी रुस्तमपुर के अंकित सिंह और बेतियाहाता के राधेश्याम उपाध्याय ने बताया कि अभी कुछ दिन पहले ही सड़क बनी थी और दोबारा पाइपलाइन के लिए काटे जाने पर अचरज हुआ। उन्होंने कहा कि यह घटना स्पष्ट करती है कि विभागों के बीच योजनागत समन्वय कितना आवश्यक है।
पीडब्ल्यूडी (PWD) के अवर अभियंता द्विजेंद्र सिंह ने कहा कि सड़क बनने के बाद जल निगम द्वारा खुदाई कर दी गई। वहीं जलकल के अधिशासी अभियंता सुदेश कुमार ने बताया कि बेतियाहाता और फिराक चौराहे के पास कनेक्शन लाइन डाली जानी थी। इसकी सूचना पीडब्ल्यूडी को पहले ही दे दी गई थी, लेकिन देर रात में सड़क का निर्माण कर दिया गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि पहले संयुक्त बैठक कर पाइपलाइन का कार्य पूरा कर लिया जाता, तो सड़क दोबारा काटने की आवश्यकता नहीं पड़ती। अब उम्मीद है कि विभाग जल्द से जल्द मरम्मत कर मार्ग को पूर्ववत बनाएंगे, ताकि आवागमन सुचारू हो सके।
