गाजीपुर
नाग पंचमी पर गंगा में नहाने गए चार बच्चे डूबे

हाथ में पोते की टीशर्ट लेकर दादी ने की गंगा में छलांग लगाने की कोशिश
सैदपुर (गाजीपुर)। नाग पंचमी के दिन सैदपुर नगर के बूढ़ेनाथ महादेव घाट पर एक दिल दहला देने वाला हादसा हो गया। मंगलवार को गंगा स्नान के दौरान चार बच्चे डूबने लगे, जिनमें से तीन को मौके पर मौजूद एक साहसी युवक ने बचा लिया, लेकिन 13 वर्षीय अर्जुन शिल्पकार गंगा की लहरों में समा गया।
अर्जुन नगर के राजतिलक सिनेमा हॉल के सामने स्थित शिल्पकार बस्ती का रहने वाला था, जहां अधिकतर लोग मूर्ति निर्माण का काम करते हैं। नाग पंचमी पर अर्जुन अपने साथियों के साथ संजय वन में झूला झूलने गया था। बाद में सभी बच्चे छिपकर गंगा स्नान के लिए बूढ़ेनाथ महादेव घाट पहुंचे।
गंगा में नहाते वक्त अचानक चारों बच्चे तेज बहाव में बहने लगे, जिससे वहां मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। संयोगवश घाट पर ही मौजूद एक युवक ने बहादुरी दिखाते हुए तीन बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, लेकिन अर्जुन को नहीं बचाया जा सका।
घटना की सूचना पर पहुंचे परिजन बेसुध हो गए। अर्जुन की मां चंदा देवी, दादी फगुई देवी और अन्य परिजन घाट पर रोते-बिलखते नजर आए। दादी फगुई देवी अर्जुन की टीशर्ट हाथ में लेकर बचाने की उम्मीद से बार-बार गंगा में छलांग लगाने की कोशिश करती रहीं, जिन्हें अन्य लोगों ने किसी तरह संभाला।
दादी ने बताया कि अर्जुन ने एक दिन पहले ही गंगा स्नान की बात कही थी, लेकिन उन्होंने मना किया था। वहीं, घाट पर मौजूद लोगों का कहना है कि बच्चों को मना करने के बावजूद उन्होंने बहाना बना दिया कि उन्हें तैरना आता है।
गौरतलब है कि अर्जुन तीन भाइयों में मध्यस्थ था। बड़ा भाई करन करीब चार साल पहले चल बसा था और अब अर्जुन की गुमशुदगी ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
मौके पर कोतवाल योगेन्द्र सिंह ने पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। दोपहर ढाई बजे तक स्थानीय गोताखोरों की मदद से तलाशी अभियान जारी था, लेकिन अर्जुन का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। घाट पर मातम पसरा है और पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई है।