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चन्दौली

नव संवत्सर 2082 की पूर्व संध्या पर आरएसएस ने किया पथ संचलन

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चंदौली। नव संवत्सर 2082 की पूर्व संध्या पर शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा नगर में भव्य पथ संचलन का आयोजन किया गया। स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में नगर पंचायत स्थित माँ सती मंदिर के समीप एक वाटिका में एकत्रित हुए। इसके बाद संघ के ध्वज को प्रणाम कर पूरे नगर में अनुशासनबद्ध तरीके से पथ संचलन किया गया, जिसके बाद पुनः सभी स्वयंसेवक उक्त वाटिका में एकत्रित हुए।

इस अवसर पर वक्ताओं ने नव संवत्सर के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह न केवल हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि इस दिन संघ के संस्थापक डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार का जन्मदिवस भी है। उनके जीवन और राष्ट्रसेवा में दिए गए योगदान को श्रद्धा के साथ स्मरण किया गया। संघ गीत, अमृत वचन और प्रेरणादायक प्रसंगों के माध्यम से संघ के उद्देश्य, राष्ट्रसेवा और समाज उत्थान की भावना को भी जागृत किया गया।

वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देशहित में वर्षों से कार्य कर रहा है। समाज में संस्कार और राष्ट्रभक्ति की भावना जागृत करना संघ का मुख्य उद्देश्य है। प्राकृतिक आपदाओं में राहत कार्यों से लेकर समाजसेवा के विभिन्न क्षेत्रों में संघ के स्वयंसेवक हमेशा आगे रहते हैं। उनके अनुसार, संघ के लिए राष्ट्रहित से बड़ा कोई धर्म नहीं है और यह पथ संचलन राष्ट्रवाद एवं हिंदू संस्कृति को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।

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पथ संचलन के दौरान स्वयंसेवकों ने अनुशासन एवं एकजुटता का परिचय दिया। इस दौरान नगर के लोग भी मार्ग के दोनों ओर खड़े होकर स्वयंसेवकों का अभिवादन कर रहे थे। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रभारी निरीक्षक राजेश सिंह के नेतृत्व में भारी पुलिस बल भी तैनात रहा, जो पूरे पथ संचलन के दौरान साथ-साथ चलता रहा।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी भव्य बना दिया। संघ के इस आयोजन ने नगर में उत्साह और राष्ट्रीय चेतना का संचार किया, जिससे समाज में एकता और अनुशासन का संदेश दिया गया।

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