वाराणसी
नगर निगम पर भारी पड़ा जिद्दी सांड

वाराणसी। शहर के गिलट बाजार चौराहे पर शुक्रवार को एक अनोखा वाकया देखने को मिला, जब नगर निगम का सचल पशु दस्ता एक सांड को पकड़ने पहुंचा, लेकिन यह सांड नगर निगम की पूरी टीम पर ही भारी पड़ गया। उसकी जिद और समझदारी ने न केवल अधिकारियों की नींद उड़ा दी बल्कि आम लोगों को भी हैरान कर दिया।
वीआईपी मूवमेंट के चलते जुटी थी टीम
दरअसल, वाराणसी-लखनऊ मार्ग पर वीआईपी मूवमेंट की सूचना मिलने के बाद नगर निगम का सचल पशु दस्ता सुबह-सुबह सड़कों पर घूम रहे मवेशियों को हटाने निकला था। इसी दौरान गिलट बाजार चौराहे के पास एक बड़ा और हट्टा-कट्टा सांड दिखाई दिया, जो सड़क के किनारे टहल रहा था।
रस्सी पड़ते ही बैठ गया सांड
नगर निगम के कर्मचारियों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए सांड के गले में रस्सी डालने की कोशिश की। जैसे ही रस्सी गले में पड़ी, सांड अपनी पूरी ताकत के साथ सड़क के बीचों-बीच बैठ गया। उसके बाद तो मानो मान-मनौव्वल का सिलसिला शुरू हो गया।
करीब 15 मिनट तक नगर निगम के कर्मचारी सांड को उठाने की कोशिश करते रहे। लेकिन सांड ने टस से मस होने से साफ इनकार कर दिया। सड़क पर इस ‘मानव-जानवर संघर्ष’ के चलते धीरे-धीरे ट्रैफिक जाम होने लगा। वाहन चालक परेशान हुए, लेकिन किसी के पास कोई उपाय नहीं था।
जब सभी प्रयास विफल हो गए, तो थक-हारकर नगर निगम कर्मियों ने सांड के गले से रस्सी निकाल दी। लेकिन जैसे ही रस्सी निकाली गई, सांड एकदम से फुर्ती में आया और बिजली की गति से पंचकोसी मार्ग की ओर भाग खड़ा हुआ। यह देख वहां मौजूद लोग हक्के-बक्के रह गए।
स्थानीय लोगों ने बताया कि यह सांड कई बार इसी क्षेत्र में देखा गया है और उसकी आदत ही कुछ अलग है। एक राहगीर ने मजाक में कहा, “लगता है नगर निगम से नाराज़ है, तभी तो रस्सी डालते ही आंदोलन पर बैठ गया।”
वहीं, एक अन्य आदमी ने कहा कि, “यह घटना नगर निगम के लिए एक सबक बन गई है कि सिर्फ रस्सी और वाहन से काम नहीं चलेगा, कुछ नया सोचना होगा क्योंकि काशी के सांड अब सिर्फ मवेशी नहीं, रणनीतिक खिलाड़ी भी हैं।”