वाराणसी
नगर निगम कर्मचारियों की दस सूत्रीय मांगों पर फूटा गुस्सा, गेट मीटिंग में सरकार को चेतावनी

वाराणसी। नगर निगम मुख्यालय के द्वार पर बुधवार को कर्मचारियों की आवाज़ गूंज उठी जब उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर काशी नगर निगम कर्मचारी संघ और नगर निगम परिवहन चालक संघ ने संयुक्त रूप से गेट मीटिंग का आयोजन किया। इस दौरान कर्मचारियों ने अपनी दस सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ जोरदार आक्रोश व्यक्त किया।
गेट मीटिंग की अध्यक्षता रविंद्र नारायण उपाध्याय ने की। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर के निकाय कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर शासन से पूर्व में वार्ता हुई थी, जिसमें कई मांगों पर सहमति जताई गई थी, लेकिन अब तक समाधान नहीं हो सका है। इससे कर्मचारियों में गहरा असंतोष है। उपाध्याय ने चेताया कि यदि सरकार ने जल्द ठोस कदम नहीं उठाए तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में 74वां संविधान संशोधन लागू करना, पुरानी पेंशन योजना की बहाली, मृतक आश्रितों को शीघ्र नियुक्ति, आउटसोर्स कर्मियों का समायोजन और कर्मचारियों के लिए कैशलेस इलाज की व्यवस्था शामिल हैं।
गेट मीटिंग का संचालन शंकर प्रसाद भारती ने किया। कार्यक्रम में अनिल कुमार सोनकर, अखिलेश कुमार सिंह, विनोद कुमार चौबे, हरि नारायण, विनय कुमार सिंह, सूबेदार पांडेय, मृत्युंजय मिश्र, राकेश शर्मा और पवारू राम वर्मा समेत कई कर्मचारी नेताओं ने संबोधित करते हुए सरकार से शीघ्र कार्रवाई की मांग की।