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अपराध

दुकानदार की गोली मारकर हत्या करने वाले दो अपराधी गिरफ्तार

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चार की तलाश जारी

वाराणसी। जनपद की चौबेपुर पुलिस ने चौबेपुर क्षेत्र में चार दिन पहले हुई दुकानदार की हत्या के आरोपियों को सोमवार रात घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। वारदात में मुख्य आरोपी समेत 6 हमलावरों के शामिल होने की जानकारी मिली है। ताबड़तोड़ दबिश के बाद पुलिस ने गैंग में शामिल दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनके 4 साथियों की तलाश अभी जारी है।

चौबेपुर पुलिस की पूछताछ में हमलावरों ने वारदात में शामिल होने और उनके साथियों के 12 सितंबर की रात से फरार होने की जानकारी दी। पुलिस ने दोनों अपराधियों के पास से तमंचा, बाइक और मोबाइल बरामद किया है। दोनों अपराधियों को आज (17 सितंबर) चालान कर कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगालकर सभी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की तैयारी में है।

डीसीपी चंद्रकांत मीणा ने बताया कि बिरथीपुर हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी में पुलिस ने सफलता पाई है। हत्याकांड के खुलासे के लिए चौबेपुर थाना, वरुणा जोन की क्राइम ब्रांच और सर्विलांस टीम समेत एडीसीपी और एसीपी सारनाथ जुटे थे। एडीसीपी टी. सरवणन के निर्देशन में पुलिस टीम ने विवेचना, सर्विलांस टीम ने मॉनीटरिंग और क्राइम ब्रांच ने हत्यारोपियों की तलाश में कई जगह दबिशें दी। लोकेशन और सटीक सूचना पर दो हत्यारोपियों को दबोच लिया गया।

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दुकानदार की हत्या के आरोपी चौबेपुर उगापुर के रहने वाले संदीप यादव, अनिल राजभर और मुलायम सिंह यादव, आलोक यादव ने अपने साथियों के साथ पहले गांव के बाहर शराब पी, फिर सिगरेट लेने के लिए बिरनाथीपुर आ गया। हत्यारोपियों को पहले से पता था कि शारदा यादव अपनी दुकान के बाहर ही सोता है और पहले भी कई बार उससे रात में सिगरेट, गुटखा फ्री में लेकर गए थे।

देर रात सभी बिरनाथीपुर पहुंचे और दुकानदार शारदा को आवाज लगाई और सिगरेट मांगी। शारदा खटिया पर सोया हुआ था और उसने बिना रुपये सिगरेट देने से इनकार कर दिया। शारदा यादव का इनकार हत्यारोपियों को नागवार गुजरा। इसके बाद बाइक से उतरकर एक बदमाश ने कमर से तमंचा निकालकर फायर झोंक दिया। गले में गोली लगने के बाद शारदा की मौके पर ही तड़प-तड़प कर मौत हो गई और हमलावर फरार हो गए। इसमें एक अपराधी हिस्ट्रीशीटर संदीप पर हत्या सहित कई मुकदमे दर्ज है।

इस तरह पकड़ में आ गए अपराधी  –
वरुणा जोन के डीसीपी चंद्रकांत मीणा ने हत्याकांड के बाद एक साल की सारी वारदातें खंगाली तो चौबेपुर क्षेत्र वारदातों में एक गांव के गिरोह की संलिप्पता मिली। नेटवर्क खंगाला तो उनके तार उगापुर के पड़ोसी गांव बिरनाथीपुर से भी जुड़ते दिखे। गांव में पता किया तो गिरोह के 5 से 6 युवकों का गांव में आना जाना भी था।

पुलिस को जांच में पता चला कि थाना क्षेत्र चौबेपुर में कुछ लड़कों के गुट ने गांव में लोगों के बीच डर का माहौल कायम कर दिया है। इसमें उगापुर के रहने वाले  संदीप यादव, मुलायम यादव, बृजेश यादव, अनिल राजभर, अंकित पांडे और धौराहरा का रहने वाला मनीष यादव उर्फ बाला शामिल है। वारदात की रात भी इनकी लोकेशन घटनास्थल के आसपास मिली।

जांच में पता चला कि सभी छोटे-छोटे गांव के दुकानों से पान, गुटका, सिगरेट, मोबाइल रीचार्ज डरा-धमकाकर करवाते हैं। संदीप यादव और अनिल राजभर साथ रहते हैं 12 सितंबर की रात से लापता हैं। वारदात की रात इनके साथ उगापुर निवासी मुलायम यादव और आलोक यादव भी थे। पुलिस ने दबिश देकर दोनों को गिरफ्तार कर लिया, इनके अन्य साथियों की तलाश जारी है।

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