आजमगढ़
दलित बेटी को क्या मिलेगा न्याय?
धोखाधड़ी के मामले में पुलिस की बेरुखी
आजमगढ़ के थाना जहानागंज से एक गंभीर मामला सामने आया है जहां एक दलित परिवार की बेटी के साथ धोखाधड़ी और यौन शोषण का आरोप लगाया गया है। यह घटना तब हुई जब लड़की मनरेगा के तहत काम कर रही थी। इस दौरान एक माइक्रो फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी पवन तिवारी नामक युवक उससे कर्ज देने के नाम पर संपर्क करता है और फिर उसे शादी का झांसा देकर शोषण करता है।
जब लड़की ने अपनी मां को इस बारे में बताया, तो मां ने थाने में लिखित तहरीर दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की और आरोपी के प्रभाव में आकर लड़की को डांट कर भेज दिया।
इसके बाद लड़की ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत की और फिर से थाने जाने पर महिला पुलिस के साथ दरोगा ने उसे अंदर बुलाकर मारपीट की जिससे उसकी सुनने की क्षमता पर असर पड़ा।
लड़की ने कहा कि वह अब मुख्यमंत्री दरवार जाएंगी लेकिन यह देखना बाकी है कि क्या उसे न्याय मिलेगा या नहीं खासकर उस सरकार के तहत जो महिला सशक्तिकरण का दावा करती है।