वाराणसी
तिरुपति बालाजी प्रकरण : काशी विश्वनाथ मंदिर के लड्डू की हुई जांच

वाराणसी। तिरुपति बालाजी प्रसाद में गड़बड़ी की खबरें आने के बाद अब काशी विश्वनाथ मंदिर के लड्डुओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसी क्रम में मंदिर के एसडीएम शंभू शरण सिंह ने लड्डू निर्माण की पूरी प्रक्रिया की जांच की और अपनी टीम के साथ लड्डुओं का स्वाद भी चखा।
एसडीएम शंभू शरण सिंह ने बताया कि तिरुपति बालाजी के प्रसाद के संबंध में आई मीडिया रिपोर्ट्स के बाद काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने भी प्रसाद की गुणवत्ता, शुद्धता और पवित्रता की जांच शुरू कर दी है। चूंकि काशी विश्वनाथ मंदिर में देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, इसलिए प्रसाद की गुणवत्ता सुनिश्चित करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। फूड डिपार्टमेंट लगातार गुणवत्ता की जांच कर रहा है ताकि कोई चूक न हो सके।
लड्डू बनाने में रखा जाता है गुणवत्ता का विशेष ध्यान
लड्डू निर्माण में लगे अशोक हलवाई ने बताया कि, लड्डू निर्माण में गुणवत्ता और शुद्धता पर विशेष ध्यान दिया जाता है। उनके सभी वर्कर्स, यहां तक कि वह खुद, लहसुन-प्याज और मादक पदार्थों से दूर रहते हैं। वे मास्क पहनकर लड्डू बनाते हैं और खाने-पीने के लिए अलग स्थान पर जाते हैं।

वर्कर रेखा ने बताया कि वे सुबह नहा-धोकर आती हैं और साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखती हैं। अभिषेक ने भी शुद्धता को प्राथमिकता देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाता है कि श्रद्धालुओं को उच्च गुणवत्ता वाला प्रसाद मिले।
टेस्टिंग में गड़बड़ी की आशंका नहीं
लैब टेस्ट से जुड़े सवाल पर एसडीएम ने बताया कि घी की लैब टेस्टिंग कराई गई है, जिसमें किसी तरह की गड़बड़ी नहीं मिली है। हालांकि, अधिकारियों ने दोबारा सैंपलिंग कराने का निर्णय लिया है ताकि पूर्ण संतुष्टि सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बाबा विश्वनाथ को अर्पित होने वाला भोग मंदिर के पुजारियों द्वारा ही तैयार किया जाता है, जबकि श्रद्धालुओं के लिए वेंडर के साथ टाईअप किया गया है, जो प्रसाद की पूर्ति करता है।