वाराणसी
ड्रोन की फर्जी सूचना फैलाने वालों को गिरफ्तार कर भेजे जेल : सीपी

वाराणसी। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने रविवार को अपने कैंप कार्यालय में एक महत्वपूर्ण अपराध समीक्षा बैठक आयोजित की, जिसमें महिला सुरक्षा, त्वरित जांच और ड्रोन की फर्जी सूचना पर कार्रवाई पर विशेष जोर दिया गया।
बैठक में पुलिस कमिश्नर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि विवेचनाएं 60 दिन से अधिक लंबित न रहें और ड्रोन की फर्जी सूचनाएं फैलाने वाले तत्वों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाए। उन्होंने कहा कि इस तरह की गतिविधियां समाज में भय का माहौल उत्पन्न करती हैं, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कमिश्नर ने महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देने पर जोर देते हुए कहा कि एंटी रोमियो स्क्वायड को अधिक सक्रिय किया जाए और महिला बीट कांस्टेबल की भूमिका को सशक्त बनाया जाए। साथ ही उन्होंने शोहदों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया ताकि महिलाओं को सुरक्षित वातावरण मिल सके।
इसके अतिरिक्त, कमिश्नर ने आदेश दिया कि ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत बिना नंबर प्लेट, तीन सवारी, काली फिल्म चढ़ाए वाहन, जातिसूचक शब्द लिखे वाहनों और स्टंटबाज चालकों को विशेष निगरानी में रखा जाए। उन्होंने गो-तस्करी और अवैध खनन की रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाने पर भी बल दिया।
कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आइजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित किया जाए और दंगा नियंत्रण उपकरणों की जांच समय पर पूरी की जाए। उन्होंने विज्ञानी जांच और फॉरेंसिक तकनीक का उपयोग कर दोषसिद्धि दर बढ़ाने पर भी जोर दिया।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बैठक में सभी अधिकारियों से कहा कि वे अपने कार्यों में गति लाएं और सुनिश्चित करें कि सभी मामले समय पर निपटाए जाएं। उन्होंने महिला सुरक्षा और साइबर अपराध नियंत्रण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए प्रभावी कार्रवाई करने के लिए सभी को प्रेरित किया। बैठक में अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं कानून-व्यवस्था) शिवहरी मीणा, अपर पुलिस आयुक्त अपराध राजेश सिंह, अन्य अधिकारी एवं थानेदार उपस्थित रहे।