चन्दौली
डॉ. स्वप्निल पटेल ने पूर्वांचल में शुरू की उन्नत HIPEC कैंसर सर्जरी
महंगे इलाज से मिलेगी निजात
चंदौली। उपकार कैंसर इंस्टीट्यूट एवं सर्जरी सेंटर के प्रख्यात कैंसर सर्जन डॉ. स्वप्निल पटेल ने पूर्वांचल के मरीजों के लिए नई उन्नत कैंसर सर्जरी तकनीक (HIPEC – हाइपरथर्मिक इंट्रापेरिटोनियल कीमोथेरेपी) शुरू की है। यह सर्जरी अब तक सिर्फ दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में उपलब्ध थी, जहां इसका खर्च 12 से 15 लाख रुपये तक होता था। लेकिन डॉ. स्वप्निल पटेल ने इसे अपने अस्पताल में महज 3 से 4 लाख रुपये में उपलब्ध कराकर एक बड़ी राहत दी है।
क्या है HIPEC सर्जरी और क्यों है खास?
डॉ. स्वप्निल पटेल के अनुसार, HIPEC (Hyperthermic Intraperitoneal Chemotherapy) पेट के कैंसर के इलाज में बेहद प्रभावी तकनीक है। यह सर्जरी विशेष रूप से उन मरीजों के लिए फायदेमंद होती है, जिन्हें ओवेरियन कैंसर, पेट के अन्य भागों में फैले कैंसर या ट्यूमर से जूझना पड़ रहा है।
इस सर्जरी में दो प्रमुख चरण होते हैं—
- पहला चरण: इसमें शरीर से पूरे ट्यूमर को निकालने की प्रक्रिया की जाती है, जो काफी जटिल होती है और इसमें कई घंटे लगते हैं।
- दूसरा चरण: इसके बाद HIPEC मशीन की मदद से गर्म कीमोथेरेपी घोल (Heated Chemotherapy Solution) डाला जाता है, जिससे बची हुई कैंसर कोशिकाएं नष्ट हो जाती हैं।
डॉ. स्वप्निल पटेल का कहना है कि यह पूरे पूर्वांचल में पहली बार शुरू हुई एडवांस्ड मशीन है, जो कैंसर मरीजों के लिए एक वरदान साबित हो सकती है।
14 से 15 घंटे तक चलने वाली सर्जरी, कुशल डॉक्टरों की टीम रहती है तैनात
इस जटिल सर्जरी के दौरान ऑपरेशन थिएटर में कई विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम मौजूद रहती है, जो लगभग 14 से 15 घंटे तक ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देती है। सर्जरी के बाद मरीज को तीन दिन तक ICU में विशेष निगरानी में रखा जाता है और फिर 10 से 15 दिनों तक डॉक्टरों की गहन देखरेख में रखा जाता है।
मरीजों के लिए जीवनदान, एक पीड़ित की बेटी की शादी अब खुशी से होगी
डॉ. स्वप्निल पटेल ने बताया कि इस नई तकनीक की बदौलत एक मरीज, जिसने कैंसर से जीने की उम्मीद ही छोड़ दी थी, अब पूरी तरह स्वस्थ हो चुका है। मरीज की बेटी की शादी इसी मार्च महीने में तय है, जिसे लेकर वह खुद अस्पताल आकर डॉक्टर को धन्यवाद देने आए। यह उदाहरण बताता है कि कैसे सही इलाज समय पर मिलने से मरीजों की जिंदगी संवर सकती है।
डॉ. स्वप्निल पटेल: कैंसर मरीजों की सेवा को समर्पित
डॉ. स्वप्निल पटेल इससे पहले टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल, मुंबई में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और बीएचयू के महामना कैंसर अस्पताल में भी कार्यरत रहे हैं। उनका कहना है, “मैं कैंसर पीड़ित मरीजों के दर्द से भली-भांति परिचित हूं। मेरा उद्देश्य सिर्फ व्यवसाय नहीं, बल्कि मानव सेवा है। संत-महात्मा भी कहते हैं कि ‘मानव सेवा ही सच्ची भगवान की सेवा’ होती है, और मैं इसी उद्देश्य से काम कर रहा हूं।”
अब कैंसर मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा बड़े शहर, वाराणसी में ही मिलेगी विश्वस्तरीय सुविधा
इस तकनीक के आने से अब पूर्वांचल के कैंसर मरीजों को दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में महंगे इलाज के लिए जाने की जरूरत नहीं होगी। वाराणसी में ही कम खर्च में एडवांस्ड इलाज उपलब्ध होगा, जिससे न केवल मरीजों को राहत मिलेगी, बल्कि उनका जीवन भी सुरक्षित रहेगा।
डॉ. स्वप्निल पटेल के इस कदम से कैंसर पीड़ित मरीजों को नई उम्मीद मिली है और यह वाराणसी व आसपास के क्षेत्रों के लिए एक बड़ा चिकित्सा विकास साबित हो रहा है।