वाराणसी
“डॉ. अम्बेडकर के विचारों से ही होगा समाज और देश का समग्र विकास” : संतोषी शुक्ला

दीक्षा महिला कल्याण शोध संस्थान ने मनाई अम्बेडकर जयंती, बच्चों के साथ निकाली गई जागरूकता रैली
वाराणसी। संविधान निर्माता, सामाजिक न्याय के पुरोधा और शिक्षा के अग्रदूत भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134वीं जयंती दीक्षा महिला कल्याण शोध संस्थान द्वारा उत्साह और गरिमा के साथ मनाई गई। इस अवसर पर संस्था परिसर से एक जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में बच्चों ने “डॉ. भीमराव अम्बेडकर अमर रहें” के गगनभेदी नारों के साथ भाग लिया। रैली संस्था कार्यालय पर आकर संपन्न हुई, जिसके उपरांत एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी में वक्ताओं ने डॉ. अम्बेडकर को युगद्रष्टा बताते हुए कहा कि उन्होंने शिक्षा को सामाजिक परिवर्तन का सशक्त माध्यम माना। वक्ताओं ने कहा कि जब तक समाज के अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा नहीं पहुंचेगी, तब तक न व्यक्ति का, न परिवार का और न ही राष्ट्र का समुचित विकास संभव है।
कार्यक्रम का संयोजन संस्था की अध्यक्ष संतोषी शुक्ला ने किया। उन्होंने बताया कि संस्था विगत दस वर्षों से आर्थिक रूप से कमजोर तबके के लगभग 525 बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दे रही है। संस्था समाजसेवियों के सहयोग से इन बच्चों को पुस्तकों, यूनिफॉर्म और अन्य शिक्षण सामग्री की सुविधा प्रदान करती है।
इसके अतिरिक्त संस्था गरीब महिलाओं और छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटीशियन आदि का प्रशिक्षण भी संचालित कर रही है, जिससे वे स्वरोजगार स्थापित कर सकें और अपने परिवार को सहारा दे सकें।
कार्यक्रम के अंत में बच्चों को खाद्य सामग्री और पठन-पाठन सामग्री वितरित की गई। इस अवसर पर दीपू शुक्ला, अजय कुमार वर्मा, आशुतोष ओझा, सगुफ्ता परवीन, कंचन कनौजिया और स्वेता श्रीवास्तव सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। संचालन वैष्णवी शुक्ला ने किया तथा दीक्षा शुक्ला ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।