अपराध
ज्वैलरी की दुकान से रुपये लेकर भागने वाला 20 हजार का ईनामिया वांछित अभियुक्त सिगरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार, 5 लाख रूपया बरामद
वाराणसी। अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत पुलिस उपायुक्त काशी जोन व अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन व सहायक पुलिस आयुक्त चेतगंज के कुशल नेतृत्व में थाना सिगरा पुलिस द्वारा मु0अ0सं0 0301/2023 धारा 408 भा0द0वि) व बढोत्तरी धारा 420, 411 भा0द0वि0 थाना सिगरा कमिश्नरेट वाराणसी से सम्बन्धित अभियुक्त अभियुक्त हर्ष कुमार सोनी पुत्र स्व० संजय सोनी निवासी ग्राम सुल्तानपुर थाना खगोल, दानापुर जिला पटना बिहार व हाल पता ही 59/100 ए। निरालानगर शिवपुरवा थाना सिगरा जनपद वाराणसी उम्र 23 वर्ष को अमूल डेयरी से रेलवे क्रासिंग की तरफ जाने वाले मार्ग थाना सिगरा से गिरफ्तार किया गया। उक्त गिरफ्तारी के सम्बन्ध में थाना सिगरा पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है।
घटना वादी की लिखित तहरीर के आधार पर मुकदमा उपरोक्त 20 अक्टूबर 2023 को थाना स्थानीय पर पंजीकृत किया गया। वादी नरसिंग अग्रवाल की ज्वैलरी की दुकान मेसर्स ज्वैलरी पैलेस मलदहिया पर स्थित है जिनका स्टाफ हर्ष कुमार सोनी एवं दीपक झा नामक कर्मचारी घर से बैंक में पैसा जमा करने गये लेकिन एक घंटा तक जब वापस नहीं आए तो वादी द्वारा दोनों के मोबाईल पर फोन किया तो दोनों का मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा था तो वादी घबरा कर घर चले गए जहां एक व्यक्ति उनके घर पर मिला उसने बताया दोनों आए थे और स्कूटी की चाबी और दोनों अपना मोबाईल मुझे दिए और कही चले गये और बादी द्वारा बैंक में जमा करने के लिये दिये गये 50 लाख रुपये लेकर फरार हो गये, जिसके सम्बन्ध में थाना स्थानीय पर अभियोग दर्ज है।
पूछतांछ में हर्ष कुमार सोनी पुत्र स्व० संजय सोनी निवासी उपरोक्त उम्र 23 वर्ष पूछने पर बता रहा है कि साहब मेरे साथी दीपक झा के पास शेष पैसे थे। घटना के दिन हम लोग बनारस से इलाहाबाद गये इलाहाबाद से पटना होते हुए मधुबनी गये तथा वहाँ से नेपाल चले गये थे कुछ दिन नेपाल में रुके उसके बाद हम लोग वहाँ से गुरूदासपुर पंजाब चले गये थे तथा में गुरुदासपुर मे दीपक झा को छोड़कर अमृतसर चला गया। मैने दीपक झा को मुगलसराय के पास किसी होटल में रूकने के लिये बताया था किन्तु मैं सुना कि मेरा साथी दीपक झा पुलिस द्वारा पकड लिया गया है, जिसके पास से पुलिस ने 42 लाख रूपया बरामद कर लिया है तब मैं अमृतसर से दिल्ली होते हुए बनारस आया तथा अपने घर पैदल ही जा रहा था कि आप लोगों द्वारा मुझे पकड़ लिया गया। शेष पैसो के बारे में पूछने पर बताया कि साहब कुछ पैसा हम लोगों द्वारा घूमने टहलने तथा खाने पीने में खर्च हो गया । पैसा लेकर भागने का कारण पूछा गया तो बताया कि साहब हम लोगों का वेतन कम था तथा खर्च अधिक था इसलिए भारी मात्रा में पैसा देखकर नीयत बदल गयी एवं हम लोग सोचे की ये पैसा दो नंबर का है सेठ काही शिकायत नहीं करेंगे, इसीलिए मैं तथा मेरा साथी दीपक झा योजना बनाकर दुकान मालिक के द्वारा बैंक में जमा करने हेतु दिए गए पैसों को बैंक में जमा न करके लेकर भाग गए तथा दोनों लोग अपना अपना पुराना मोचाइल दीपक के कमरे पर छोड़कर सिम निकाल कर तोड़ दिए थे, साहब मुझसे भारी गलती हो गयी माफ कर दें।
