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अपराध

ज्वैलरी की दुकान से रुपये लेकर भागने वाला 20 हजार का ईनामिया अभियुक्त सिगरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार, 42 लाख रूपया बरामद

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वाराणसी: अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत पुलिस उपायुक्त काशी जोन व अपर पुलिस उपायुक्त काशी जोन व सहायक पुलिस आयुक्त चेतगंज के कुशल नेतृत्व में थाना सिगरा पुलिस द्वारा मु0अ0सं0 0301/2023 धारा 408 भा0द0वि0 व बढोत्तरी धारा 420, 411 भा0द0वि0 थाना सिगरा कमिश्नरेट वाराणसी से सम्बन्धित अभियुक्त दीपक झा पुत्र लाल झा ग्राम सरसोंपाही, सकारी जिला मधुबनी बिहार औसत उम्र 22 वर्ष को पं0 दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर दिल्ली की तरफ से आने वाली नीलगिरी एक्सप्रेस के प्लेटफार्म पर गिरफ्तार किया गया। उक्त गिरफ्तारी के सम्बन्ध में थाना सिगरा पुलिस द्वारा आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है। घटना बादी की लिखित तहरीर के आधार पर मुकदमा उपरोक्त 20 अक्टूबर 2023 को थाना स्थानीय पर पंजीकृत किया गया। वादी नरसिंग अग्रवाल की ज्वैलरी की दुकान मेसर्स ज्वैलरी पैलेस मलदहिया पर स्थित है जिनका स्टाफ हर्ष कुमार सोनी एवं दीपक झा नामक कर्मचारी घर से बैंक में पैसा जमा करने गये लेकिन एक घंटा तक जब वापस नहीं आए तो बादी द्वारा दोनों के मोबाईल पर फोन किया तो दोनों का मोबाइल स्वीच ऑफ आ रहा था तो वादी घबरा कर घर चले गए जहां एक व्यक्ति उनके घर पर मिला उसने बताया दोनों आए थे और स्कूटी की चाबी और दोनों अपना मोबाईल मुझे दिए और कही चले गये और वादी द्वारा बैंक में जमा करने के लिये दिये गये 50 लाख रुपये लेकर फरार हो गये, जिसके सम्बन्ध में थाना स्थानीय पर अभियोग दर्ज है। पूछतांछ विवरण अभियुक्तः दीपक झा पुत्र लाल झा ग्राम सरसोंपाही, सकारी जिला मधुबनी बिहार औसत उम्र 22 वर्ष पूछने पर बता रहा है कि साहब शेष पैसा हर्ष सोनी के पास है, जो मुझसे गुरुदासपुर से अलग होकर अपने किसी संबंधी से मिलने की बात कह कर अमृतसर चला गया था तथा मुझे मुगलसराय पहुंचकर किसी होटल में रुकने के लिए बताए थे तथा उनके आने पर मैं तथा हर्ष, दोनों लोग पैसा लेकर अपने-अपने गांव को जाने वाले थे कि आप लोगों द्वारा मुझे पकड़ लिया गया कुछ पैसा हम लोगों द्वारा घूमने टहलने तथा खाने-पीने में खर्च हो गया। साहब पहले मैं साइबर कैफे में काम कर चुका हूँ, जिसकी वजह से पुलिस द्वारा अपराधियों को सर्विलांस की मदद से कैसे पकड़ा जाता है ये मुझे पता था इस वजह से मैने कभी अपना मोबाइल इस्तेमाल नहीं किया तथा सार्वजनिक स्थानों के वाई-फाई इन्टरनेट से में अपने सगे सम्बन्धी से संपर्क करता था। साहब हम लोगों को पैसों की सख्त आवश्यकता थी कई बार दुकान मालिक से पैसा उधार मांगे तथा अपनी वेतन में काटने की बात कहे लेकिन वह पैसा नहीं दिए इसीलिए मैं तथा हर्ष सोनी योजना बनाकर दुकान मालिक के द्वारा दिए गए 50 लाख रुपयों को बैंक में जमा करने हेतु दिए जाने पर बैंक में जमा न करके लेकर भाग गए तथा दोनों लोगों द्वारा अपना पुराना मोबाइल अपने किराए के आवास पर छोड़कर सिम निकाल कर तोड़ दिए थे तथा नया मोबाइल व सिम लेकर हम लोग बनारस से इलाहाबाद, वहाँ से दरभंगा, फिर पटना, फिर पटना से नेपाल घूमते हुए गुरुदासपुर पंजाब निकट पाकिस्तान बार्डर गये जहाँ से पुनः अपने गाँव जाने के लिए आ रहा था की ट्रेन से उतर कर होटल में रुकने जा रहा था कि आप लोगों द्वारा पकड़ लिया गया।

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