मिर्ज़ापुर
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा बैठक सम्पन्न
मिर्जापुर। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एक करोड़ से अधिक लागत वाली निर्माणाधीन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों से कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली और कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कड़ा रुख अपनाया।
बैठक में राजकीय मेडिकल कॉलेज में मल्टीपर्पज हॉल के कार्यों की समीक्षा की गई, जिसमें अधिकांश कार्य पूर्ण होने की जानकारी दी गई। जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को एक टीम गठित कर कार्यों की गुणवत्ता की जांच कराने का निर्देश दिया।
502 शैय्या एकीकृत आयुष चिकित्सालय निर्माण के अंतर्गत भू-तल, प्रथम और तृतीय तल का कार्य पूरा कर लिया गया है, जिस पर जिलाधिकारी ने गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। वहीं, मड़िहान तहसील में अनुसूचित जनजाति की छात्राओं के लिए 100 शैय्या छात्रावास के निर्माण में धनराशि की कमी को लेकर जिलाधिकारी ने उपयोगिता प्रमाण पत्र शासन को भेजकर द्वितीय किश्त की मांग करने के निर्देश दिए।
गौ संरक्षण केंद्रों की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी कार्यदायी संस्थाएं और खंड विकास अधिकारी समन्वय स्थापित कर शेष कार्यों को शीघ्र पूरा करें। बाणसागर नहर निर्माण खंड-5 और 10 के अंतर्गत कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
गंगा और पर्यावरणीय समिति की बैठक में अहम निर्णय
बैठक में जिला गंगा समिति एवं जिला पर्यावरणीय समिति की भी समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने गंगा ग्रामों में निर्मित अंत्येष्टि स्थल, सामुदायिक शौचालयों और गंगा चबूतरों की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिया कि गंगा ग्राम पंचायतों में गंगा वन विकसित करने के लिए स्थल चिन्हित कर कार्यवाही की जाए। गंगा घाटों का सौंदर्यीकरण सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए।
पर्यावरण समिति की बैठक में पौधरोपण को लेकर विभागवार लक्ष्य तय किए गए। जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिया कि वे अपने नोडल अधिकारियों को नामित कर उनका व्हाट्सएप नंबर प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराएं।
जिलाधिकारी ने गौशालाओं की समीक्षा करते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने निर्माणाधीन गौशालाओं को समय पर पूरा करने, पूर्ण हो चुकी गौशालाओं में बाउंड्रीवाल सुनिश्चित करने और चारागाहों में नेपियर घास लगाने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी कैमूर, मुख्य चिकित्साधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।