चन्दौली
जान जोखिम में डाल बिजली बहाल करने वाले चारों लाइनमैन को सम्मानित करने की मांग

धीना (चंदौली)। धानापुर सब स्टेशन 132 से आवाजापुर और कमालपुर द्वय विद्युत उपकेंद्र को 33/11 की विद्युत आपूर्ति 8/9 की रात्रि महराइयाँ गांव के सिवान में 33/11 का तार टूट जाने से दोनों विद्युत उपकेंद्रों की विद्युत आपूर्ति रात्रि 8 बजे बाधित हो गई। जिसे ढूंढने के लिए क्रमशः तीन उपकेंद्रों क्रमशः धानापुर, आवाजापुर और कमालपुर के बिजली बीर कर्मचारी इस बारिश के दिनों में रात्रि में ही एक-एक पोल का बारीकी से फाल्ट ढूंढने निकल पड़े।
महराइयाँ गांव के सिवान में झाड़-झंखाड़ में बिजली पोल से 33/11 का तार टूटा हुआ मिला। खेतों में पानी भरा होने से झाड़-झंखाड़ में विषधर होने के भय से आवाजापुर और धानापुर के बिजली बीरों ने झाड़-झंखाड़ में बिजली तार को जोड़ने का साहस न कर सुबह तार जोड़ने की बात कर वापस लौट गये।
लेकिन इस फाल्ट की जानकारी जब कमालपुर विद्युत उपकेंद्र के बिजली बीरों को हुई तो चार लाइनमैन क्रमशः मुन्ना अंसारी, गुड्ड अली, बजरंगी प्रसाद और टीपू कुशवाहा ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए जान जोखिम में डालकर महराइयाँ गांव के सिवान में झाड़-झंखाड़ में घुसकर टूटे तार को जोड़कर दोनों विद्युत उपकेंद्रों की विद्युत आपूर्ति रात्रि डेढ़ बजे, साढ़े पांच घंटे बाद बहाल की।
भीषण उमस और गर्मी से बेहाल लोगों ने राहत की सांस ली। चारों तरफ खेतों में पानी भरा होने, जुताई से कीचड़ रहने और साथ ही विषधरों के उसमें छिपे होने से इनकार नहीं किया जा सकता। इस भीषण उमस भरी गर्मी से लोग बाग परेशान रहे। क्षेत्रीय जनता ने बिजली विभाग के उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कर कहा कि इन चारों बिजली बीरों ने जान जोखिम में डालकर जो अदम्य साहस का परिचय दिया है, विद्युत आपूर्ति बहाल की है, इन्हें पुरस्कृत कर इनका हौसला आफजाई की जाए।