मिर्ज़ापुर
छात्रों को टीबी और एचआईवी जैसे गंभीर रोगों पर किया गया जागरूक

मिर्जापुर। जनपद के कछवा क्षेत्र स्थित बाबू सरायं इंटर कॉलेज के सभागार में विद्यालय के बच्चों को टीबी और एचआईवी जैसे गंभीर रोगों के प्रति जागरूक करने के लिए एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर क्षय विभाग की टीम ने छात्रों को रोगों के लक्षण, बचाव और उपचार से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सतीश शंकर यादव ने बताया कि टीबी भारत में संक्रामक रोगों में सबसे अधिक पाया जाने वाला रोग है, जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करता है। उन्होंने समझाया कि यदि किसी व्यक्ति को लगातार दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी, खांसी में बलगम, रात को बुखार, सीने में दर्द, भूख न लगना, थकान महसूस होना और वजन घटने जैसी समस्याएं दिखें तो तुरंत नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जांच और नि:शुल्क इलाज कराना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि टीबी से पीड़ित व्यक्ति अपने आसपास के लोगों को भी खांसने, छींकने और बात करने से संक्रमित कर सकता है। यादव ने बताया कि सरकार ऐसे मरीजों को इलाज अवधि के दौरान प्रतिमाह 1000 रूपए की आर्थिक सहायता देती है ताकि वे पोषण और नियमित दवा का ध्यान रख सकें।
उन्होंने सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों से अपील की कि यदि किसी व्यक्ति में ये लक्षण नजर आएं तो उसे स्वास्थ्य केंद्र भेजकर समाज को टीबी मुक्त बनाने में सहयोग करें।वहीं पीएमडीटी कोऑर्डिनेटर दुर्गेश कुमार रावत ने छात्रों को एचआईवी और एड्स के विषय में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें मानसिक सहयोग देकर रोग से लड़ने की ताकत बढ़ानी चाहिए।
इस जागरूकता कार्यक्रम में क्षय विभाग के एसटीएस प्रदीप कुमार, टीबी चैंपियन राकेश कुमार, विद्यालय प्रबंधक रामरेखा पाठक, प्रधानाचार्य सतबीर सिंह, व्यायाम शिक्षक रवींद्र मिश्रा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।