अपराध
चौबेपुर पुलिस ने हत्या के मुकदमें में आरोपी अभियुक्त को किया गिरफ्तार
रिपोर्ट – मनोकामना सिंह
वाराणसी। अपराध एवं अपराधियों की रोकथाम, गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में शनिवार को SO राजेश त्रिपाठी ने शान्ती व्यवस्था होली त्यौहार व शब-ए-बारात त्यौहार के दृष्टिगत संदिग्ध व्यक्ति संदिग्ध वाहन व तलाश वाँछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु क्षेत्र में था कि मुखबीर खास सूचना मिली की ग्राम गोबरहा मे हुई शिवधना सिंह की पुत्री रिचा सिंह की हत्या का आरोपी इस समय बरियासनपुर रिंग रोड के पास मौजूद है जो कही बाहर जाने के फिराक में है यदि जल्दी करे तो पकड़ा जा सकता है इस सूचना पर विश्वास कर मैं SO मय हमराह कर्मचारीगण के ग्राम बरियासनपुर रिंग-रोड के पास पहुँचा की मुखबीर कुछ दूर पहले आकर मिला रिंग रोड के किनारे एक खड़े व्यक्ति कि ओर इशारा करके हट बढ़ गया हम पुलिस वाले अपने आप को छुपते छुपाते उस व्यक्ति को बिना भागने का मौका दिये ही मौके पर ही आवश्यक बल प्रयोग कर पकड़ लिया गया पकड़े गये व्यक्ति से नाम व पता पूछा गया तो अपना नाम राजेश यादव पुत्र मगनू यादव निवासी ग्राम गोबरहा थाना चौबेपुर जनपद वाराणसी बताया जिन्हें मुकदमा उपरोक्त में प्रकाश में आने पर कारण गिरफ्तारी बताकर बीती रात 11 बजे हिरासत पुलिस में लेकर थाना हाजा लाकर अन्दर हवालात मर्दाना में दाखिल किया गया व बाद आवश्यक कार्यवाही गिरफ्तार अभियुक्त को न्यायालय भेजा गया।
अभियुक्त राजेश यादव पुत्र स्व मंगनू यादव निवासी ग्राम गोबरहा थाना चौबेपुर जनपद वाराणसी उम्र करीब 30 वर्ष का है।
पूछताछ में राजेश यादव पुत्र मंगनू यादव निवासी ग्राम गोबरहां थाना चौबेपुर वाराणसी उम्र करीब 30 वर्ष बदरियाफ्त पूछने पर बता रहे हैं कि साहब घटना 8 दिसंबर2021 को रात्रि में लगभग 11.45 बजे के आस पास की है मैं अपने कमरे में अकले सो रहा था मेरी पत्नी चन्दा यादव उस समय मायके में थी तथा मेरी माँ मेरे ननिहाल गयी हुई थी. मेरा भाई नाटे अपनी पत्नी मुन्नी उर्फ ऋचा उर्फ जूही के साथ बगल के कमरे में था अचानक मेरा भाई मुझे उठाया और मुझसे बोला कि जाकर देख तेरी भाभी अमरूद के पेंड़ के पास बैठी है तब में अमरूद के पेंड़ के पास गया तो देखा कि मेरी भाभी अमरूद के पेड़ के पास घुटने टेक कर बैठी थी जब मै वहाँ गया और उसे उठाने का प्रयास किया तो वह छूते ही गिर गयी उस समय मेरा भाई चार पाई पर इतिमिनान से बैठा था उसके गिरने पर मुझे इतिमिनान हो गया कि वह मर गयी है वह कैसे मरी यह बात मेरा भाई नाटे ही जानता है तब मैने व मेरे भाई ने आपस में विचार विमर्श करके बड़े पिता जी के लड़के रवीन्द्र पुत्र खेदारू व पड़ोस के पप्पू यादव पुत्र चौथी एवं राजू पुत्र शिवमूरत प्रसाद पुत्र रामधनी तथा दिनेशू पुत्र भैयालाल व अजय यादव पुत्र श्यामलाल को बुलाया, मै व मेरा भाई नाटे मिलकर उसे उठाकर रात्रि में ही चदरा में लपेटकर साइकिल से ले जाकर नदी के किनारे दफना दिये ऋचा उर्फ जूही को दफनाने के लिये ले जाते समय मै उसे पकड़े हुये था तथा मेरा भाई नंदू साइकिल चला रहा था और लोग हम लोगों के पीछे पीछे जा रहे थे जहाँ हम लोगो ने ऋचा को दफनाया था गड्ढा मैने ही खोदा था तथा मेरा भाई उसे दफनाते हुये उसकी साड़ी निकाल लिया था मेरे भाई नाटे ने मुझे बताया था कि मुली ने अमरूद के पेड़ से फांसी लगा लिया था जो घटना थी आपको बता दिया हूँ। यह पूँछने पर कि क्या ग्राम प्रधान अथवा उनके पति व परिवार के लोग आपके भाई को आवास देने के लिये बम्बई से बुलावे वे इस पर कहा कि गाँव में मेरा पक्का ईट का मकान है जिसमें दो कमरे है एक मे मै व एक में मेरा भाई रहता है मेरे भाई को प्रधान व परिवार के लोगों ने कभी भी आवास के लिये नहीं बुलाया मेरे पिता जी स्व0 मंगनू यादव को पंडित जी ने आवास दिया था पूर्व प्रधान ने भी मेरा नाम आवास में नहीं डाला था हम लोगों को आवास की कोई आवश्यकता नहीं है, जो सच्चाई है मैने आपको बता दिया है। कथनानुसार बयान दर्ज किया गया।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष राजेश त्रिपाठी कांस्टेबल गुलशन कुमार कांस्टेबल राम प्रताप कांस्टेबल अतुल कुमार यादव थे।