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गाजीपुर

चकरोड निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप, विरोध पर प्रधान पुत्र ने फावड़े से दौड़ाया

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गाजीपुर। जमसड़ा ग्रामसभा में चकरोड निर्माण को लेकर ग्राम प्रधान पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में घोर अनियमितताएं बरती गईं, और जब उन्होंने विरोध किया तो प्रधान के पुत्र ने फावड़ा उठाकर ग्रामीणों को दौड़ा लिया। इस घटना से क्षेत्र में तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, हरिजन बस्ती में चकरोड का निर्माण होना था, जिसके लिए पहले ही सरकारी धन आवंटित किया जा चुका था। लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य के नाम पर केवल मिट्टी डालकर औपचारिकता पूरी कर दी गई। “मेरी पंचायत” ऐप और आरटीआई के माध्यम से जब ग्रामीणों ने जानकारी प्राप्त की, तो खुलासा हुआ कि कागजों पर दो चकरोड दर्शाए गए हैं, जबकि ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है।

ग्रामीण लंबे समय से इस अनियमितता का विरोध कर रहे थे। जब मामला ग्राम प्रधान तक पहुँचा, तो उन्होंने संभावित जांच से बचने के लिए जल्दबाज़ी में निर्माण कार्य शुरू करा दिया। ग्रामीणों ने इस कार्य पर आपत्ति जताते हुए पहले जांच की मांग की। इसी दौरान कहासुनी हुई, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई।

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प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद बढ़ने पर ग्राम प्रधान के पुत्र ने गुस्से में फावड़ा उठा लिया और ग्रामीणों को दौड़ा लिया। इस दौरान रामकृत कुमार किसी तरह जान बचाकर भाग निकले, जबकि मनोज कुमार घायल हो गए।

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। जानकारी मिलते ही दुल्लहपुर थाना अध्यक्ष केपी सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों से तहरीर प्राप्त हो चुकी है और मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।

ग्रामीणों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, यह आरोप भी लगाया जा रहा है कि पुलिस ने पीड़ित पक्ष पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह अब जांच का विषय बन गया है कि सच्चाई क्या है। फिलहाल गांव में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है और ग्रामीणों में भय का माहौल व्याप्त है।

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