गोरखपुर
गोरखपुर में बच्चों में टोमैटो फीवर जैसी लक्षणों की चिंता, स्वास्थ्य विभाग सतर्क
गोरखपुर। खोराबार क्षेत्र के एक गांव में नौ बच्चों में अचानक तेज बुखार और शरीर पर लाल चकत्तों जैसे लक्षण देखे गए हैं। परिजनों की सूचना पर चिकित्सकों ने बच्चों की जांच की और फिलहाल चिकनपॉक्स की संभावना जताते हुए उनके नमूने परीक्षण के लिए भेजे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने तत्काल एक टीम गठित कर बच्चों की स्थिति का मूल्यांकन किया और परिजनों को आवश्यक परामर्श दिया।
जानकारी के अनुसार, सबसे पहले पांच बच्चों में लक्षण दिखाई दिए। चिंतित परिजन तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। चिकित्सकों ने बताया कि बच्चों को आराम की जरूरत है और उन्हें दूसरों से अलग रखा जाए। शनिवार को चार और बच्चों में समान लक्षण देखने को मिले, वहीं नौवा अव्वल गांव का एक बच्चा भी पिछले सप्ताह से बुखार और चकत्तों से पीड़ित है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. ओबैदुल हक के नेतृत्व में गांव पहुंची। टीम में डॉ. विपिन मिश्रा, डॉ. पंकज त्रिपाठी, डॉ. उमेश सिंह, बृजेश कुमार, अवनिंद्र तिवारी, निखिल सिंह और स्टाफ नर्स निशा शामिल थे। उन्होंने बच्चों की जांच की और परिवारों को आश्वस्त किया कि घबराने की जरूरत नहीं है। टीम ने साफ-सफाई, बच्चों का अलग रखना और पर्याप्त आराम करने की सलाह दी।
डॉ. ओबैदुल हक ने कहा कि मामले को गंभीरता से लिया गया है और परीक्षण रिपोर्ट आने के बाद ही बीमारी की पुष्टि हो पाएगी। उन्होंने परिजनों से बच्चों को भीड़ से दूर रखने और घर में स्वच्छता बनाए रखने की अपील की।
सीएमओ डॉ. राजेश झा ने भी पूरे मामले पर नजर रखी और कहा कि स्वास्थ्य विभाग सतर्क है। टीम को निर्देश दिए गए हैं कि गांव में निगरानी लगातार जारी रहे और नए लक्षण वाले बच्चों का तत्काल परीक्षण किया जाए।
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले सप्ताह से बच्चों में बुखार और चकत्तों की समस्या देखी जा रही थी, जिससे क्षेत्र में चिंता का माहौल है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग की त्वरित कार्रवाई से लोगों को कुछ हद तक राहत मिली है।
फिलहाल बच्चों को दवा और पर्याप्त आराम की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग गांव का दौरा कर जागरूकता बढ़ा रहा है और लोगों से कहा गया है कि इस तरह की स्थिति में अफवाहों से बचना और बच्चों को तुरंत चिकित्सक के पास ले जाना सबसे सुरक्षित कदम है।
