मिर्ज़ापुर
गोंड जनजाति ने जाति प्रमाण पत्र में धांधली का लगाया आरोप

प्रशासनिक अनदेखी के खिलाफ गोंड समाज का हल्लाबोल, धरने की चेतावनी
मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में गोंड जनजाति ने जाति प्रमाण पत्र जारी करने में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ आवाज बुलंद कर दी है। आदिवासी विकास समिति, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अमरनाथ गोंड ने जिलाधिकारी को मांग पत्र सौंपकर शासनादेशों के पालन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की मांग की है।
समिति का आरोप है कि राज्य सरकार के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद स्थानीय अधिकारी गोंड जाति के लोगों को प्रमाण पत्र जारी करने में टालमटोल कर रहे हैं। मांग पत्र में जिलाधिकारी की उपस्थिति में अधिकारियों और समिति के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाने, शासनादेशों के आधार पर प्रमाण पत्र जारी करने के लिए लिखित निर्देश जारी करने, पूर्व में जारी प्रमाण पत्रों की पुनर्जांच न कराने, एनआईसी वेबसाइट पर हटाए गए प्रमाण पत्रों को पुनः जोड़ने और सामाजिक संगठनों से सत्यापन कराने जैसी मांगें शामिल हैं।
अमरनाथ गोंड ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो समिति धरना प्रदर्शन शुरू करेगी। इस आंदोलन को अखिल भारतवर्षीय गोंड महासभा की अध्यक्ष शीला गोंड, सचिव रामप्यारे गुरुजी और अन्य प्रमुख सदस्य राम सागर गोंड, राधेश्याम गोंड व महेंद्र गोंड का समर्थन प्राप्त है।
गोंड जनजाति के अधिकारों को लेकर मिर्जापुर में प्रशासन के खिलाफ यह आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है। हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। समिति ने साफ किया है कि जब तक उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।