गोरखपुर
गया धाम की महिमा के साथ चारधाम यात्रा पर रवाना हुआ दूबे परिवार
गोरखपुर। दक्षिणांचल के सिकरीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम रामपुर दूबे से आज एक पावन और भावनात्मक दृश्य देखने को मिला। क्वार मास पितृपक्ष के पवित्र अवसर पर ग्राम रामपुर दूबे निवासी दीदी सत्यभामा दूबे एवं जीजा ब्रह्मचारी दूबे अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ पूरे गांव का भ्रमण करते हुए सभी देव स्थानों पर शीश झुकाने के बाद चारों धाम की धार्मिक यात्रा के लिए रवाना हुए।
यह यात्रा केवल एक साधारण प्रवास नहीं है, बल्कि सनातन धर्म की परंपराओं और पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए एक महान पहल है।चारों धाम यात्रा को हिंदू धर्म में विशेष महत्व प्राप्त है। बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथपुरी और रामेश्वरम—ये चार धाम मोक्ष के द्वार माने जाते हैं। गया धाम की भी अद्वितीय महिमा है। माना जाता है कि गया में पिंडदान करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है और परिवार पर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद बरसता है।
पुराणों में वर्णित है कि भगवान विष्णु ने गया को पितृपक्ष का सर्वोच्च तीर्थस्थान घोषित किया था।दूबे परिवार की यात्रा की शुरुआत गांजे-बाजे और भव्य विदाई के साथ हुई। पूरे गांव ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।
यात्रा से पहले परिवारजन और ग्रामवासी अपने गांव के समस्त देवी-देवताओं के स्थानों पर पूजा-अर्चना करके मंगलकामनाओं के साथ चारधाम की ओर भेजा। परिजनों, रिश्तेदारों और ईष्टमित्रों की उपस्थिति ने इस अवसर को और भी गरिमामयी बना दिया।ग्रामवासियों का कहना था कि यह यात्रा केवल दूबे परिवार का नहीं, बल्कि पूरे गांव का गौरव है।
जब कोई व्यक्ति या परिवार इस प्रकार की धार्मिक यात्रा पर निकलता है, तो उसका पुण्य पूरे समाज को लाभ पहुंचाता है। पितृपक्ष में गया धाम का श्राद्ध और चारधाम की परिक्रमा न केवल पूर्वजों की आत्मा को तृप्त करती है, बल्कि वर्तमान पीढ़ियों को भी धर्म और संस्कारों से जोड़ती है।
पंडितों ने गया धाम की महिमा का उल्लेख करते हुए बताया कि यहां पिंडदान करने से 88 प्रकार के पितरों का उद्धार होता है। यही कारण है कि सनातन धर्मावलंबी अपने जीवन में कम से कम एक बार गया धाम जाकर यह पुण्य कार्य अवश्य करते हैं।
दूबे परिवार ने कहा कि यह यात्रा उनके लिए ईश्वर का आशीर्वाद है और वे पूरे गांव-क्षेत्र के लिए मंगलकामनाएं लेकर चारधाम की ओर बढ़ रहे हैं। ग्रामवासियों ने भी आशीर्वाद देते हुए कामना की कि यह यात्रा सुखद और सफल हो और गांव तथा क्षेत्र का नाम रोशन करे।
