गाजीपुर
गंगा का जलस्तर घटा, गहमर के तटवर्ती गांवों में मुसीबतें कायम

गहमर (गाजीपुर)। गंगा नदी का जलस्तर घटने से गहमर क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है, लेकिन तटवर्ती गांवों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। निचले इलाकों में अभी भी बाढ़ का पानी जमा है, जिससे ग्रामीणों का आवागमन बाधित हो गया है।
खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह नष्ट हो चुकी हैं। किसानों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। कई गरीब परिवारों की झोपड़ियां या तो बह गईं या क्षतिग्रस्त हो गई हैं। मवेशियों के चारे की भी कमी हो गई है, जिससे पशुपालकों की परेशानी बढ़ गई है।
स्वास्थ्य विभाग की चिंता भी बढ़ गई है। बाढ़ का पानी जमा रहने से डायरिया, चर्म रोग और अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। प्रभावित इलाकों में लोगों को पीने का साफ पानी, भोजन और दवाइयां तक नहीं मिल पा रही हैं।
उपजिलाधिकारी सेवराई लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। पीएसी की दो मोटर बोट लगातार ग्रामीणों को आने-जाने में मदद कर रही हैं। प्रशासन जल्द ही मेडिकल कैंप लगाने की तैयारी कर रहा है, ताकि बीमारियों पर काबू पाया जा सके।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार और प्रशासन को बाढ़ के बाद की स्थिति से निपटने के लिए त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री और पुनर्वास सहायता की तत्काल जरूरत है। साथ ही, भविष्य में बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए ठोस योजना बनाना भी आवश्यक है।